अजमेर। सिन्धु दर्शन तीर्थयात्रा लेह लद्धाख को 25 साल पूरे होने पर रजत जयंती वर्ष 2021 में होने वाला प्रथम सिन्धु महाकुम्भ के लिए कोराना महामारी के चलते अब 7 से 10 अगस्त को लेह लद्दाख में आयोजित किया जाएगा।
भारतीय सिन्धु सभा राजस्थान प्रदेश के प्रमुख कार्यकर्ताओं के साथ वर्चुअल बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष मुरलीधर माखीजा ने बताया कि आनलाईन पंजीयन 15 जुलाई तक किया जाएगा एवं यात्रा की पूर्ण तैयारियों में आवास, भोजन, यातायात व सांस्कृतिक कार्यक्रम की अलग अलग कमेटी में कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी गई है। चिकित्सीय व्यवस्था मार्गों के साथ लेह लद्धाख में सुनिश्चित की गई है।
प्रदेश प्रभारी महेन्द्र कुमार तीर्थाणी ने बताया कि ’प्रथम सिंधु महाकुंभ’ की यात्रा तीन मार्ग से चलेगी। प्रथम वायु मार्ग दिल्ली-लेह-दिल्ली से होगी। दो सडक मार्ग की यात्राएं होगी जो चंडीगढ-मनाली-लेह-जम्मू व जम्मू-लेह-मनाली -चंडीगढ़ से होगा। सिंधु दर्शन यात्रा समिति दिल्ली हेल्पलाइन नं. 9821892711 पर पूर्ण जानकारी उपलब्ध रहेगी।
सह-सयोंजक सुरेन्द्र लछवाणी (इन्दौर) ने कहा सिन्धु माता की पूजा अर्चना, बहिराणा साहिब की पूजन के साथ एकता, अखण्डता, सदभाव एवं समन्वय का प्रतीक सिन्धु दर्शन उत्सव आयोजित होगा। इस अवसर पर लक्षमी का प्रतीक चांदी का सिक्का पूजन कर वितरित किया जाएगा व अखण्ड भारत के संकल्प से हमारी भागीदारी होगी। सिन्ध के गौरवमयी इतिहास व लद्धाख की निर्मित वस्तुओं की भी प्रदर्शनी लगाई जाएगी।
प्रदेशाध्यक्ष मोहनलाल वाधवाणी ने बताया कि राज्यभर में कार्यकर्ताओं की ओर से सम्पर्क कर पंजीयन करवाया जा रहा है एवं राज्य से तीनों मार्गों से तीर्थयात्री सम्मिलित होंगे।
प्रदेश भाषा व साहित्य मंत्री डाॅ. प्रदीप गेहाणी ने संचालन करते हुए कहा कि सफल आयोजन के लिए भारतीय सिन्धु सभा, हिमालय परिवार के साथ विभिन्न संगठनों की भागीदारी से सिन्धु दर्शन तीर्थयात्रा का आयोजन किया जाता है।
बैठक में घनश्याम हरवाणी (श्रीगंगानगर), गिरधारी ज्ञानाणी (खैरथल), मनीष ग्वालाणी, महेश टेकचंदाणी, मोहन तुलस्यिाणी, रमेश वलीरामाणी (अजमेर), मोहनलाल आलवाणी (नसीराबाद), सावित्री, बलराम दासाणी (कोटा), हीरालाल तोलाणी (जयपुर) प्रकाश मनवाणी समेत अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।