अजमेर। अजमेर में सिंधुपति महाराजा दाहरसेन की जयंती के उपलक्ष्य में आज उनकी जीवनी पर आधारित पुस्तक ‘सिंध एवं सिंधुपति महाराजा दाहरसेन’ का विमोचन किया गया।
पुस्तक के लेखक भारतीय इतिहास संकलन समिति के अध्यक्ष डॉ. नवलकिशोर उपाध्याय है। विमोचन अवसर पर पुस्तक के लेखक डॉ. उपाध्याय ने कहा कि भारत का इतिहास संपूर्ण विश्व मानवता के लिए एक स्वर्णिम पृष्ठ है। शौर्य, पराक्रम और सतत संघर्ष का इतिहास है। उन्होंने कहा कि इस पुस्तक में सिंध एवं महाराजा दाहरसेन के जीवन पर पूर्ण जानकारी देने का प्रयास किया है।
पूर्व प्राचार्य डॉ. प्रकाशचंद चंडावत ने पुस्तक पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पुस्तक की विषय वस्तु, तथ्यात्मकता एवं ऐतिहासिक महत्ता की दृष्टि से शोधात्मक तथा उपयोगी है। पुस्तक में प्राचीन सिंधु सरस्वती सभ्यता के नवीनतम साक्ष्यों के आधार पर उसकी वैदिक अभिन्नता, वैशिष्ट्य, राजनीतिक पृष्ठभूमि से लेकर महत्त्वपूर्ण पक्षों पर नवीनतम विषयों को जोड़ते हुए प्रकाश डाला है।
इस अवसर पर पूर्व मंत्री अनिता भदेल, पूर्व विधायक हरीश झामनानी, व्यवसायी कंवलप्रकाश किशनानी, साहित्यकार ढोलण राही, शोधपीठ की निदेशक लक्ष्मी ठाकुर सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे।