अमृतसर । पंजाब के युवाओं को नशे से निकालने के लिए गायकी सबसे बेहतर विकल्प है। युवाओं के लिए ऐसे गीत गाये जाएं जो उन्हें सकारात्मक संदेश देते हों।
पंजाबी गायक किरपाल संधू ने मंगलवार को पत्रकारों से कहा कि वर्तमान मे नशा पंजाब में सबसे बड़ा मुद्दा है। पंजाब की जवानी को नशे से निकालने के लिए गायक अपनी उल्लेखनीय भूमिका निभा सकते हैं। अमृतसर के अटारी स्थित गांव नौशहरा ढाला के निवासी युवा गायक किरपाल संधू ने कहा कि नशे की समस्या पूरे पंजाब में है। आज जरूरत है युवाओं को सही दिशा देने की।
संधू ने कहा कि युवाओं को प्रेरित करने के लिए मनोचिकित्सक डॉ. हरजोत सिंह मक्कड़ अहम योगदान दे रहे हैं। उन्होंने युवाओं को नशे के दलदल से निकालने के लिए बेहतरीन प्रयास किए हैं। उन्होंने कहा,“ जो युवा नशे के कारण मानसिक रूप से टूट चुके हैं, उन्हें सहानुभूति और प्यार की जरूरत है। हम उन्हें गले लगाएं। उनके भीतर ऐसा जज्बा भरें कि नशे का त्याग कर अपने समाज और देश के लिए काम करें। नशे का प्रकोप पंजाब में इतना फैल चुका है कि अब युवा नशे की ओवरडोज के कारण मर रहे हैं।
संधू ने कहा कि वह डॉ. हरजोत सिंह मक्कड़ के सहयोग से गांव-गांव और शहर-शहर में नशे के खिलाफ नुक्कड़ नाटक, जागरुकता रैलियां करेंगे। जल्द ही उनका गीत पंजाबी युवाओं को संदेश देने आ रहे हैं।
इस अवसर पर डॉ. हरजोत सिंह मक्कड़ ने कहा कि किरपाल संधू नवोदित गायक हैं। वह गीतों के जरिए युवाओं को नशे से दूर रहने का प्रेरणादायक संदेश दे रहे हैं। पंजाबी युवा हमेशा ही सच और हक की लड़ाई लड़ता रहा है। पंजाबी युवा महिलाओं की सुरक्षा करता है। नशों से परहेज करता है, लेकिन आज जो हो रहा है, वह पंजाब की रिवायत के विपरीत हैं। नशे ने इस कदर पैर पसार लिए हैं कि युवा इसकी आगोश में समाकर जिंदगी से हाथ धो रहे हैं।
डॉ मक्कड़ ने कहा कि आज जरूरत है कि पंजाबी गायक अपने सकारात्मक गीतों से युवाओं को जागृत करे, ताकि वे अपनी जिंदगी की राह न भटके, सही ट्रैक पर आ सकें। उन्होने कहा,“ ऐसे युवाओं का उपचार किया है जो नशे की खातिर अपने घर के बर्तन तक बेच चुके थे। नशे के खिलाफ पंजाब सरकार द्वारा छेड़ा गया अभियान सराहनीय है। अब लोगों को भी इसमें अपना योगदान देना चाहिए।