आबूरोड(सिरोही)। राजस्थान के सिरोही जिले में आबूरोड तहसील अंतर्गत जांबूडी ग्राम पंचायत के बोसा गांव की खादरा फली में अब तक सड़क की सुविधा नहीं है। सप्ताह भर से वहां के ग्रामीणों ने श्रमदान का संकल्प लेकर अपने घरों तक जाने के लिए पगडंडीनुमा कच्ची राह बनाने की ठानी और गेंती फावड़ा लेकर तपती दोपहर में महिलाएं, पुरुष एवं बच्चे जुटे गए।
इस इलाके में वर्षों से रह रहे इन आदिवासी परिवारों द्वारा कच्ची पगडंडी नुमा सडक बनाने की खबर लगते ही रविवार को बोसा गांव की खादरा फली में वन विभाग के तीन कार्मिक आ धमके और श्रमदान कर रहे 2 दर्जन से अधिक महिला, पुरुष एवं बच्चों को पगडंडी बनाने से रोक दिया।
मौके पर पगडंडी की राह बना रहे पुना पुत्र गुला ने बताया कि तीनों वन कार्मिकों ने चेतावनी दी कि तुम्हारी खादरा फली के सभी घरों को खाली कर देना, तुम सबको खादरा फली में रहने का कोई हक नहीं है। यदि 1 सप्ताह के भीतर तुमने खादरा फली से अपने घर नहीं खाली नहीं किए तो हम लोग पुलिस लवाजमे के साथ आएंगे और तुम्हारे घर को खाली करा देंगे। सभी को जेल में बंद कर देंगे तथा घर को जला भी देंगे।
गोद में बच्चा थामे मसरू राम ने बताया कि वन कर्मियों ने उनकी महिलाओं और बच्चों को भी भला बुरा कहा और जातिसूचक टिप्पणी की। खादरा फली की पगडंडी के जरिए कच्ची सडक बनाने में रोके जाने पर दुखी मन से पोपट पुत्र बदरू ने कहा कि हमारे खादरा फुली में पुना पुत्र गुला का विद्युत कृषि कनेक्शन स्वीकृत हुआ है। जिसके कुए तक हम विद्युत पोल ले जाने के लिए भी सब गांव वाले सहयोग कर रहे हैं।
हमारे खादरा फली में पानी की बहुत समस्या है। हाल ही में कृषि कनेक्शन की डिमांड आई हुई है। सडक बिना पोल ना लगने से कृषि कुएं का कनेक्शन अटका हुआ है। अगर कच्चा रास्ता नहीं बनेगा तो हमें पानी की सुविधा से वंचित रहना पड़ेगा। इस समय गर्मी में हम भयंकर जल संकट से जूझ रहे हैं।
यह सब गुहार लगाने पर भी वनकर्मी नहीं माने और धमकाते हुए कहा कि यह बिजली का डिमांड नोटिस फाड देना। तुम्हारा बिजली कनेक्शन कैंसिल करवा देंगे। कच्ची सड़क भी नसीब में नहीं होने से खादरा फली के जयंती पुत्र बदरू वादा पुत्र वदरू तथा कई महिला एवं बच्चों के आंसू निकल पड़े।