सबगुरु न्यूज-सिरोही। कलक्ट्रेट सभागार में चल रही जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक में सोमवार को अधिवक्ताओं ने जिला कलक्टर बाबूलाल मीणा और एडीएम आसाराम डूडी को जमकर खरी खोटी सुनाई। प्रशासन द्वारा कलक्टर कार्यालय के उपर बनी एक प्याउ पर से दिवंगत एवं सिरोही के सम्मानीय अधिवक्ता गुलाबसिंह देवडा के नाम के बोर्ड को बिना विश्वास में लिए सौंदर्यीकरण के नाम पर हटाने को लेकर अधिवक्ताओं में यह आक्रोश उपजा। इस विवाद के बाद पुलिस वालों ने फिर से इस बोर्ड को प्याउ पर लगाया।
कलक्टरी परिसर में कलक्टर कार्यालय के उपर का हिस्सा न्यायालय के अधिकार क्षेत्र में है। इसी प्रथम माले पर बनी नई लिफट के पास एक पुरानी प्याउ बनी हुई है। इस प्याउ को शहर के जाने माने अधिवक्ता स्वर्गीय गुलाबसिंह देवडा की स्मृति में बनवाया गया था। इस प्याउ पर उनके नाम का बोर्ड लगाया हुआ था। अधिवक्ता जब सोमवार को यहां पहुंचे तो यह बोर्ड प्याउ से हटा हुआ मिला। धीरे-धीरे ये बात जंगल की आग की तरह फैल गई।
जानकारी जुटाने पर यह ज्ञात हुआ कि इस बोर्ड को जिला प्रशासन के आदेश पर सौंदर्यीकरण के नाम पर हटाया गया है। इस पर अधिवक्ताओं में रोष व्याप्त हो गया। सभी अधिवक्ताओं ने जिला अभिभाषक संघ कार्यालय में बैठक आयोजित करके इस कृत्य की निंदा की।
इसके बाद वरिष्ट अधिवक्ता राजेन्द्र सुराणा समेत परवीन शाह, विमल सिंघी, नरेंद्र सिंह, बार अध्यक्ष मांनसिंह देवड़ा, हिम्मत देवल, राजेन्द्र पूरी आदि अधिवक्ताओं नेतृत्व में सिरोही न्यायालय के सभी अधिवक्ता कलक्ट्रेट सभागार में चल रही जिला स्तरीय बैठक में पहुंच गए। इन लोगों ने जिला कलक्टर बाबूलाल मीणा और एडीएम आसाराम डूडी से इस बोर्ड को हटाने की वजह पूछी।
उनकी ओर से सौंदयीकरण के लिए बोर्ड हटाने का कहने पर अधिवक्ताओं को गुस्सा बढ गया। उन्होंने जिला कलक्टर को सिरोही कलक्टरी में पसरी पडी अव्यवस्था को गिना दिया। अधिवक्ताओं ने कलक्टरी के शौचालयों की सफाई, पीने के पानी की व्यवस्था आदि करवाने की बात कही।
उन्होंने बताया कि गुलाबसिंह देवडा सिरोही के नामचीन अधिवक्ताओं में थे और उनके स्मृति के बोर्ड को बिना अधिवक्ता संघ की जानकारी के हटाने की निंदा की। अधिवक्ताओं ने कहा कि प्रथम तल का हिस्सा न्यायालय का परिसर है, वहां पर जिला प्रशासन द्वारा हस्तक्षेप करना भी नियमविरुद्ध है।
अधिवक्ताओं ने 24 घंटे में बोर्ड नहीं लगाने पर आंदोलन की चेतावनी दी। इसके बाद एडीशनल एसपी और सिरोही डीएसपी इस प्रकरण के बारे में जानने के लिए अभिभाषक संघ कार्यालय में गए। अभिभाषकों ने उन्हें अपना रोष का कारण बताया। इस पर दोनों पुलिस अधिकारियों ने जिला कलक्टर से इस बोर्ड को फिर लगाने पर चर्चा की। बाद में डीएसपी और सिरोही कोतवाल ने इस बोर्ड को फिर से प्याउ पर लगाया।
-18 साल से लगा हुआ था बोर्ड
सिरोही न्यायालय परिसर में दिवगंत वरिष्ठ और विख्यात अधिवक्ता स्वर्गीय गुलाब सिंह देवडा की स्मृति में कलेक्टर आफिस के ऊपर एक जल गृह 2001 से बनाया गया था। जिसका उपयोग न्यायालय के कर्मचारी, अधिवक्ता आदि करते थें।
वरिष्ट अधिवक्ता राजेन्द्र सुराणा ने बताया तत्कालीन जिला न्यायाधीश गौरीशंकर सर्राफ ने उच्च न्यायालय द्वारा दी गई गाइडलाइन के अनुसार इस प्याउ के निर्माण की अनुमति दी थी। हाल ही में लिफ्ट निर्माण के दौरान प्याउ का कुछ हिस्सा तोडना पडा था। इसका पुनर्निर्माण करवाकर फिर से गुलाबंसिंह देवडा स्मृति प्याउ लिखा बोर्ड लगाया गया था। जिसे प्रशासन ने हटा दिया। इसे लेकर सभी अधिवक्ताओं में रोष व्याप्त हो गया था।
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