सिरोही। अमृत महोत्सव की घोषणा प्रधानमंत्री मोदी ने आजादी का जश्न मनाने के लिए की थी। लेकिन, दिनभर मोदी के गुणगान करने वाले भाजपाई नेता ने इसे अपने ही संगठन के पदाधिकारियों के प्रति मन में भरे जहर को निकालने का माध्यम बना लिया। वो अब जेल में हैं।
भाजपा किसान मोर्चा ने आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान सिरोही के ग्रामीण क्षेत्र में 13 अगस्त को तिरंगा यात्रा निकाली थी। भाजपा किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष गणपत सिंह ने बरलूट थाने में एफआईआर दर्ज करवाकर बताया था कि तिरंगा यात्रा जब जावाल और जामोतरा के बीच थी तो बावली निवासी मांगूसिंह देवड़ा ने उनके साथ मारपीट की तथा जान से मारने की धमकी दी।
उन्होंने बताया कि जावाल निवासी विजयसिंह और अजीत सिंह ने उन्हें बचाया। बरलूट थानाधिकारी देवेंद्र सिंह ने बताया किमांगूसिंह को गिरफ्तार करके आज सिरोही में पेश किया गया। वहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में भेजने का आदेश हुआ।
अपने ही पार्टी सदस्यों से विवाद का पुराना नाता
बावली निवासी मांगू सिंह भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य हैं। इससे पहले वह गणपतसिंह की पूर्व कार्यकारिणी में जिला स्तरीय पदाधिकारी था। मांगूसिंह का दूसरी पार्टी से ज्यादा अपनी ही पार्टी के सदस्यों से विवाद का पुराना रेकर्ड रहा है। सोशल मीडिया और भाजपा के व्हाट्सएप समूहों और फेसबुक पर अपनी ही पार्टी के स्थानीय नेताओं के खिलाफ अनर्गल बयानबाजी के कारण मांगूसिंह कई बार विवादों में रहा।
फेसबुक पर भाजपा के पार्षद सुरेश सगरवंशी के खिलाफ अनर्गल बयानबाजी के करने पर उन्होंने उसे मानहानि का नोटिस दिया था। इसके बाद गोयली चौराहे अपनी ही पार्टी के सिरोही मंडल के पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष महिपाल सिंह चारण से गोयली चौराहे पर हुए मारपीट में भी उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई थी।
हाल ही में प्रदेश कार्यकारिणी प्रशिक्षण शिविर में माउंट आबू में जिला महामंत्री योगेंद्र गोयल से हुए विवाद में भी उनका नाम आया था। इसके अलावा वीरेंद्र चौहान, हेमंत पुरोहित, अशोक पुरोहित आदि से भी विवाद हुआ था। अब ये फ़ेहरिस्त निरंतर बढ़ते हुए किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष गणपतसिंह तक पहुंच गई।