सिरोही। मुख्यमंत्री गहलोत सत्ता के सहारे एक बार फिर राजनीतिक द्वेष की पराकाष्ठा पर उतर आए हैं। यह आरोप लगाते हुए भाजपा जिला उपाध्यक्ष नारायण देवासी ने जयपुर ग्रेटर नगर निगम की मेयर सौम्या गुर्जर और अन्य पार्षदों को निलंबित करने के कृत्य को लोकतंत्र की हत्या बताते हुए कहा कि ऐसा बर्ताव जनादेश का अपमान है।
इस मौके पर भाजपा नगर मण्ड़ल सिरोही के पार्टी पदाधिकारियों और पार्षदों ने हाथों पर काली पट्टी बांधकर ‘सांकेतिक विरोध’ दर्ज कराते हुए ‘गहलोत सरकार होश में आओ’ आदि नारे लगाए।
मंगलवार को नगर परिषद सिरोही के बाहर एकत्रित होकर भाजपा नगर मंडल सिरोही के अध्यक्ष लोकेश खण्डेलवाल के नेतृत्व में पार्टी पदाधिकारियों ने जयपुर मेयर एवं जनप्रतिनिधियों पर निलंबन की कार्रवाई को अनुचित बताते हुए विरोध प्रकट किया। भाजपा नेताओं ने कहा कि सिरोही जिले में भी इसी प्रकार राज्य सरकार के नुमाइंदों के इशारों पर दुर्भावना और बदले की भावना से काम हो रहा है।
नारायण देवासी ने प्रतिक्रिया में कृत्य की निंदा कर कहा कि राजस्थान में कांग्रेस सरकार सत्ता का दुरुपयोग करके लोकतंत्र का गला घोटने और विपक्ष की आवाज को दबाने का काम कर रही है इसका भाजपा कार्यकर्ता आगामी दिनों में कड़ा विरोध करेंगे।
भाजपा नगर अध्यक्ष खंडेलवाल ने राज्य कांग्रेस सरकार पर सीधा हमला बोल आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री येन केन प्रकरेण सुनियोजित साजिश रचकर जगह जगह भाजपा के चुने हुए जनप्रतिनिधियों को प्रताड़ित कर रही है।
जयपुर मेंयर के निलंबन को अनुचित बताते हुए इसे निरस्त करने की मांग कर कहा कि गहलोत के लिए ये निर्णय उनकी सरकार के पतन का कारण बनेंगे और इसका भाजपा कार्यकर्ता जनता के बीच जाकर कड़ा विरोध करने के साथ-साथ मनमानी की पोल खोलेंगे।
इस मौके पर उपस्थित पार्षद मगनलाल मीणा, प्रवीण राठौड़, गोपाल माली, गोविंद माली आदि ने समवेत स्वर में कहा कि कांग्रेस सरकार लोकतंत्र की धूरी स्थानीय निकायों को समाप्त करने के लिए अबोध शस्त्र हाथ में ले रही है जो इनके लिए घातक सिद्ध होगा।
पार्षदों ने कहा कि किसी जनप्रतिनिधि का पक्ष सुने बिना एकतरफा सस्पेंड किया जाना अन्याय है विशेषकर तब जब सच सामने ना आया हो, उन्होंने इसे जयपुर में फैली सरकारी अव्यवस्थाओ से ध्यान हटाने की हरकत बताया।
भाजपा कार्यकर्ताओं ने निलंबन कार्रवाई की कड़े शब्दों में निंदा करके निलंबन को निरस्त करने की मांग की। इस मौके पर राज्य सरकार की जनविरोधी नीतियों की कड़ी आलोचना करके गहलोत सरकार पर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने के आरोप लगाए। कहां की राज्य सरकार इस कोरोना काल में भी पूरी तरह विफल हुई है और प्रदेश में अराजकता, बिगड़ती कानून व्यवस्था, महिला उत्पीड़न, हत्या, लूट, अवैध तस्करी, शासन का भ्रष्टाचार चरम पर है जिस पर सरकार अंकुश नहीं लगाकर लोगों का दमन कर रही है कहा जनता की कोई सुनवाई नहीं हो रही।
क्षेत्र में भीषण पेयजल संकट, सरकारी खाद्यान्न के वितरण की लूट, पुलिस थानों की मनमानी, आर्थिक सहायता मे कोताही, लालफीताशाही और बेरोजगारी का दंश जनता झेल रही है। भाजपा ने आरोपों में कहा कि यह गहलोत सरकार की अपनी विफलताओ को न समेट पाने की खीज है। उसे इस बार जवाब देना होगा कि वो कब तक राज्य की व्यवस्थाओं का दुरुपयोग करेगी।
कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए आयोजित सांकेतिक विरोध के दौरान बताया कि आगामी दिनों में आंदोलन तीव्र किया जाएगा। इस मौके पर नगर मंत्री अजय भट्ट, कपूराराम पटेल सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।