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Sirohi Bjp's former office bearer fired 12 questions on jila pramukh in bjp groups - Sabguru News
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सिरोही भाजपा की ‘नारायणी सेना’ का ‘नारायण’ के बाद ‘अर्जुन’ पर वार

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सिरोही भाजपा की ‘नारायणी सेना’ का ‘नारायण’ के बाद ‘अर्जुन’ पर वार
सिरोही में संभागीय आयुक्त के साथ मीटिंग की जिला प्रमुख की वो तस्वीर जिसे भाजपा के समूहों में शेयर करने पर 12 सवाल दाग डाले।
सिरोही में संभागीय आयुक्त के साथ मीटिंग की जिला प्रमुख की वो तस्वीर जिसे भाजपा के समूहों में शेयर करने पर 12 सवाल दाग डाले।

सिरोही। द्वापर में कुरुक्षेत्र में ‘नारायण’ और ‘अर्जुन’ एक रथ पर सवार थे और उनके सामने नारायणी सेना थी। राजस्थान में 2023 के चुनावी युग में सिरोही के कुरुक्षेत्र में ‘नारायण’ पुरोहित और उनके भाई जिला प्रमुख ‘अर्जुन’ पुरोहित भाजपा के रथ पर सवार हैं और उनके सामने भाजपा के पदाधिकारी और कार्यकर्ता ‘नारायणी सेना’ के रूप में खड़े हो चुके हैं।

दोनों संघर्षों में एक अंतर है। द्वापर युग में कृष्ण के रूप में नारायण और अर्जुन धर्म के साथ थे और उस समय कृष्ण की नारायणी सेना अधर्म का प्रतीक माने जाने वाले कौरव पक्ष के साथ। यहां स्थिति अलग बताई जा रही है।

नारायणी सेना रूप में भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को आरोप है कि भाजपा जिलाध्यक्ष नारायण पुरोहित विपक्ष का धर्म भूलकर सत्ता का सहयोग कर रहे हैं जबकि वे लोग (नारायण पुरोहित का विपरीत खेमा) विपक्षी धर्म के साथ खड़े होकर सत्ता की हर अनियमितता के प्रति रौद्र रूप दिखाने के पक्षधर हैं।

सावधानी के बाद भी वन क्षेत्र में कर दिया वार

हाल ही में भाजपा की राष्ट्रीय सचिव और राजस्थान की सह प्रभारी विजया रहाटकर के सिरोही में आगमन पर भाजपा जिलाध्यक्ष नारायण पुरोहित की प्रेस पर बैठक हुई। कार्यकर्ताओं का आरोप था कि उनकी कार्यप्रणाली प्रभारी तक नहीं पहुंचा पाएं इसलिए इतनी बाहर बैठक की गई।

यदि नारायण पुरोहित की यही मंशा थी तो इस सावधानी पर भी शिवगंज के भाजपा कार्यकर्ताओं ने पानी फेर दिया। दिनेश बिंदल के नेतृत्व में सुमेरपुरा के जवाई वन क्षेत्र में उनके पहुंचने पर वे लोग वहां पहुंच गए। उन्होंने जिले में भाजपा के हालातों के बारे में बताया। सूत्रों के अनुसार उन्होंने नारायण पुरोहित के नेतृत्व में जिला भाजपा के सिरोही विधायक के समक्ष सरेंडर की मुद्रा में होने का आरोप लगाया।

उन्होंने सह प्रभारी को बताया कि पालड़ी एम में कम्बल बाबा सिरोही विधायक से अपने शिविर का उद्घाटन करवाकर और उनका बैनर लगाकर कई भोले-भाले लोगों को मूर्ख बनाता रहा इस पर भाजपा जिलाध्यक्ष संयम लोढ़ा को घेरने में नाकाम रहे।

इसी तरह कार्तिक भील प्रकरण, सिरोही चिकित्सालय में बच्चे को श्वानों द्वारा नोचने के प्रकरण, सिरोही व शिवगंज नगर निकाय क्षेत्र में व्याप्त अनियमितताओं मामले और सिरोही विधानसभा के ग्रामीण क्षेत्रों की अव्यवस्थाओं के बारे में भाजपा जिला संगठन सिरोही विधायक को घेरने में पूरी तरह फेल रहा।

सूत्रों की मानें तो उन्होंने सिरोही विधायक और सरकार की अनियमितताओं के खिलाफ भाजपा जिलाध्यक्ष के ‘कूल’ मूड के कारण कमल के फूल के सिपाहियों में व्याप्त असंतोष और इसकी वजह से भी सहप्रभारी केा अवगत करवाया। उन्होंने बताया कि जिलाध्यक्ष और उनके चार-पांच सहयोगियों ने सत्ता के खिलाफ आक्रोश को प्रेस नोट और व्हाट्स एप पर वीडियो संदेश वायरल करने तक ही सीमित कर दिया है।

रात सवा बजे अर्जुन पुरोहित पर दागे सवाल

नारायण पुरोहित के खिलाफ व्याप्त असंतोष से सहप्रभारी को अवगत करवाए हुए दो दिन भी नहीं बीते होंगे कि उनके जिला प्रमुख भाई पर भाजयुमो के पूर्व जिलाध्यक्ष हेमंत पुरोहित ने सोशल मीडिया पर रात सवा बजे सवालों की बारिश कर दी। दरअसल, 10 मार्च को संभागीय आयुक्त की अध्यक्षता में सिरोही में एक बैठक हुई थी। इसमें जिला प्रमुख अर्जुन पुरोहित भी मौजूद थे। जिला प्रमुख अर्जुन पुरोहित ने भाजपा के समूह में बैठक में हिस्सा लेने की जानकारी देते हुए इसका फोटो शेयर किया था। इसी के बाद रात करीब सवा बजे हेमंत पुरोहित ने भाजपा के समूहों में अर्जुन पुरोहित पर बारह सवाल दाग दिए।

रात सवा बजे ये संदेश भेजा

आदरणीय जिला प्रमुख जी नमस्कार,
आज आप की फोटो संभागीय आयुक्त जी के साथ देख कर मन अति आनंदित हुआ। सिरोही भाजपा के हर कार्यकर्ता की गर्व है कि सिरोही में जिला परिषद का अध्यक्ष (जिला प्रमुख) भाजपा का है। आप ने सभी भाजपा ग्रुप में अपनी फोटो और आप द्वारा लिखित पोस्ट भी सभी कार्यकर्ताओं तक पहुंचाई आप का बहुत बहुत आभार। वास्तव में आप की फोटो बहुत अच्छी आई है तारीफे काबिल है। पर आप कार्यकर्ताओं को ये बताना भूल गए कि आप ने इस कांग्रेस सरकार के खिलाफ व सिरोही की जनता के हित में क्या किया?

1. क्या आप बोल पाए कि सिरोही जिले में अपराधियों का बोलबाला है?
2. क्या आप बोल पाए कि जिले में चोरों होसले बुलंद है?
3. क्या आप बोल पाए कि जिले में मादक पदार्थ खुले आम बिक रहा है और जिले का युवा इस में डूबता जा रहा है?
4. क्या आप बोल पाए कि जल जीवन मिशन के तहत करोड़ों का घोटाला हो रहा है और हर गांव में काम सही तरीके से हो रहा है?
5. क्या आप बोल पाए कि जिले में पटवारियों की कमी से आम जन परेशान है?
6. क्या आप बोल पाए कि स्कूलों में अध्यापक की कमी है?
7. क्या आप बोल पाए कि गांवों में ग्रामीण बस सेवा बंद क्यों है?
8. क्या आप बोल पाए की अस्पतालों की व्यवस्था नकारा है?
9. क्या आप बोल पाए की सिरोही अस्पताल में एक कुता मासूम बच्चे को खा गया। उन दोषियों के खिलाफ अभी तक कारवाई क्यों नहीं हुई सिर्फ उनको एपीओ करके सरकार चुप क्यों है?
10. क्या आप ने बोला की सिरोही से मंडार रोड पर टाइम पूरा होने के बाद भी टोल क्यों वसूला जा रहा?
11. क्या आप ने बोला की अभी तक किसानों को मुहावजा क्यों नहीं मिला?
12. क्या आप ने बोला की पिंडवाड़ा में एक बच्चे के साथ अध्यापक ने बुरी तरह मारपीट क्योंकि बच्चा हॉस्पिटल में भर्ती है, घायल होने की वजह से और उस बच्चे के बोर्ड की परीक्षा हैं, क्या होगा उस बच्चे का भविष्य क्या आप ने ये सवाल संभागीय आयुक्त को किया?

साब, आप जिला प्रमुख हो। आम कार्यकर्ता की तरह फोटो सेशन मत करो। कुछ तो जनता की भावना के अनुकूल करो ताकि पार्टी का कार्यकर्ता अपने आप पर गर्व महसूस करे। मेरे सवाल कड़वे हो सकते हैं आप को इसमें विरोध की भी बू आती होगी। माफ करें। कार्यकर्ता का दर्द समझें।

कईयों को मिल चुकी चेतावनी

पिछले कई महीनों से जिले में भाजपाइयों ने नारायण पुरोहित के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इसकी सबसे पहले शुरुआत दो साल पहले चूरमा पार्टी से हुई थी। उसमें सिरोही विधानसभा से चुनाव लडऩे के कथित रूप से इच्छुक जयपुर के कुछ नेता भी शामिल हुए थे। उस समय सबगुरु न्यूज ने लगातार उस पर खबरे प्रकाशित की थी। फिर यह विवाद कुछ शांत हो गया। लेकिन, अंदर ही अंदर ये विरोध सुलगता रहा।

दीवाली के बाद से ये विरोध लगातार तेज होता जा रहा है। इस विरोध को थामने के लिए जिला संगठन ने कई कार्यकर्ताओं को जयुपर से पदाधिकारियों से फोन करवाकर भी चेतावनी दिलवाई। लेकिन, मर्ज बढ़ता गया ज्यों ज्यों इलाज बढ़ता गया की तर्ज पर जितना प्रदेश संगठन सुसुप्त पड़े जिला संगठन को विरोध नहीं करने का दबाव बना रहा है ये दबाव और तेजी से बाहर आ रहा है।