सिरोही। अगर आठवीं तक भूगोल पढ़ी होगी तो ये सामान्य जानकारी जरूर सामने आई होगी कि चंद्रमा सूर्य के प्रकाश से चमकता है। लेकिन, सिरोही नगर परिषद में आप सभापति के वार्ड में आएंगे तो ये तय है कि आप इस नक्षत्र ज्ञान को तुंरत भूल जाएंगे। यहां का नजारा देखने पर आपको लगेगा कि चंद्रमा सूर्य के प्रकाश से नहीं सिरोही नगर परिषद सभापति के वार्ड की रोड लाइट के प्रकाश प्रकाश से चमकता है।
यहां शांति नगर की एक रोड लाइट पिछले लंबे समय से जमीन की जगह आसमान पर अपनी रौशनी फेंक रही है। दूधिया रोड लाइट की आसमान में जाती रोशनी के ठीक ऊपर दूधिया रोशनी से चमकता चांद साफ नक्षत्र विज्ञानियों के दावों को झुठला देता है। यदि ये रोड लाइट सुबह जलती तो आप ये भी कह सकते थे कि सिरोही नगर परिषद दिन में सूरज को दिया नहीं बल्कि एलईडी लाइट दिखाने का माद्दा रखती है।
एक मूवी आई थी स्त्री। उसमें एक डायलॉग थे, ‘ ये स्त्री है, कुछ भी कर सकती है।’ भारत में यह डायलॉग स्थानीय निकायों पर बिल्कुल फिट बैठता है, ‘ये नगर परिषदें हैं, ये कुछ भी कर सकती हैं।’ इत्तेफाक से जेंडर देखा जाए तो नगर परिषद भी स्त्रीलिंग का ही उदबोधन होता है। फिलहाल ये देखना है कि सिरोही नगर परिषद हाल में शांति नगर में लगी हाई मस्त लाइट के निकट चांद को रोशन करती इस रोड लाइट से जमीन कब रोशन करवाती है।