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Sirohi changes their Mla, But still officers crush sirohians rights - Sabguru News
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सिरोही: विधायक बदले अव्यवस्थाएं बरकरार, 100 पानी चोरों से 31 हजार लोग परेशान

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सिरोही: विधायक बदले अव्यवस्थाएं बरकरार, 100 पानी चोरों से 31 हजार लोग परेशान
illegal use of tullu pump or booster. File photo
illegal use of tullu pump or booster. File photo
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सबगुरु न्यूज-सिरोही। सिरोही विधानसभा के लोगों ने अव्यवस्थाएं हावी होने पर अपना विधायक तो बदल दिया, लेकिन विधायक सिरोही में व्याप्त अव्यवस्थाओं को बदलने में कामयाब नहीं हो पाए।

प्रशासनिक नकारेपन की वजह से जनता का उत्पीडऩ करने पर चुप्पी का ट्रेंड इन विधायक पर भी उसी तरह हावी नजर आ रहा है जैसा की पूर्व विधायक पर था। सिरोही में पेयजल की कमी के चलते बूस्टर लगाकर पानी चुराने की प्रवृत्ति को चोरों पर कार्रवाई करके रोक लगाने की पिछले दस सालों में कोशिश नहीं की। इसकी बजाय प्रशासन और जलदाय विभाग ने बिजली कटौती करके शहर के 31 हजार लोगों को परेशान करने के पिछले दस सालों से चले आ रहे ट्रेंड को फिर से शुरू कर दिया है।
-वितरण के दौरान निरीक्षण का कार्रवाई का प्रावधान
जिला मुख्यालय पर पिछले लम्बे समय से राजनीतिक दूरदर्शिता के अभाव में पेयजल समस्या का स्थायी समाधान नहीं हो पाया। अणगौर के अलावा कोई नए स्रोत से पानी लाने की व्यवस्था नहीं की गई। पिछले तीस सालों से यहां की पेयजल वितरण की समस्या के निराकरण के लिए लिए गंभीर प्रयास नहीं किए गए। इन तीस सालों में बीस साल भाजपा और दस साल कांग्रेस के विधायक यहां से चुने गए।

परिणामस्वरूप बारिश के अभाव में अणगौर के सूखने पर स्थिति भयावह हो जाती है। इस बार भी यही हुआ। अणगौर के सूख जाने के कारण पानी का भयानक संकट गहरा गया है। सिरोही शहर के आदतन पानी चोर इस संकट में भी नलों पर सीधे मोटर लगाकर बूस्टर लगाने से बाज नहीं आ रहे। इससे बूस्टर का प्रयोग नहीं करने वालों के यहां पानी का पर्याप्त प्रेशर नहीं आ पाता।

नियमानुसार जलदाय विभाग को पेयजल वितरण के दौरान निरीक्षण करके ऐसे लोगों पर कार्रवाई करने का प्रावधान है। दो-तीन बार ऐसी ही हरकत करता पकड़े जाने पर पानी कनेक्शन काटने का भी प्रावधान है। लेकिन, जिला कलक्टर और जलदाय विभाग निरीक्षण करने की बजाय पेयजल वितरण के दौरान पूरे सिरोही शहर की बिजली कटवाकर भरी गर्मी में पूरे शहर को परेशान करवाते रहे हैं।

कुछ साल पहले श्रीराम मीणा ने इस परम्परा को बंद करके पुलिस, राजस्व और जलदाय विभाग का निरीक्षण दल बनवाकर कार्रवाइयां की थी। इसके बाद कमजोर राजनेताओं के कारण प्रशासनिक अधिकारी फिर से अव्यवस्था करते रहे।
-एक को बचाने का श्रेय लिया, 31 हजार को बचा पाएंगे
नियम-कायदों की जानकारी नहीं होने से अधिकारियों के लिए विधायक पर हावी हो जाने की समस्या से तंग आकर सिरोहीवासियों ने ओटाराम देवासी को हटाकर निर्दलीय होते हुए भी संयम लोढ़़ा को अपना विधायक सिर्फ और सिर्फ इसलिए चुना कि कम से कम वह कायदों के मामले में अधिकारियों को जनता के हितों पर हावी नहीं होने देंगे।

हाल ही में लोढ़ा ने जावाल में वृद्धा की हत्या में पकड़े गए निर्दोष को बचाने के लिए किए गए उनके प्रयासों की चर्चा चुनावी सभाओं में की। अब सवाल यह है कि सिरोही शहर के 100 पानी चोरों की वजह से परेशान हो रहे 31 हजार लोगों में शामिल बच्चे, बूढ़े और निर्दोष शहरवासियों को जिला कलक्टर के आदेशों पर होने वाली बिजली कटौती से बचाने की कोशिश होती है या सौ पानी चारों के साथ खड़े रहने की।

सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि शहर में जिला कलक्टर और जलदाय विभाग की इस मनमानी को पर अंकुश लगाने के लिए लोढ़ा समर्थक एक पार्षद जितेन्द्र सिंघी ने भी पूर्व जिला कलक्टर को पत्र लिखकर पेयजल वितरण के दौरान बिजली कटौती की परम्परा पर अंकुश लगाने का कई बार अनुरोध किया हुआ है।
-पेयजल वितरण के अनुसार हों विद्युत फीडर
शहर में 72 घंटे में पानी वितरण होता है। इसके अनुसार जिस मोहल्ले में आज पानी आया है, वहां पर अगले दो दिनों तक पानी नहीं आएगा। इस अव्यवस्था की सबसे बड़ी खामी यह है कि जिस मौहल्ले में पानी नहीं आता पानी चोरों की वजह से उन्हें भी भीषण गर्मी में बिजली कटौती के जिला कलक्टर के तानाशाही आदेश को भुगतना पड़ता है।

कलक्टरों को ये व्यवस्था करवानी है तो उन्हें पेयजल वितरण के अनुसार शहर के विद्युत फीडर्स अलग करवाने चाहिए, जिससे जिस मोहल्ले में पानी की सप्लाई हो वहां की बिजली बंद हो, शेष शहर को परेशानी से छुटकारा मिल सके। लेकिन, जनप्रतिनिधियों के अधिकारियों के शरणगत होने से जनता के धन पर मजे मारने वाले अधिकारी खुद चैन से सोकर पिछले एक दशक से शहर वालों की नींद हराम करने की परम्परा को यथावत रखे हुए हैं।
-इनका कहना है….
जिला कलक्टर कार्यालय से आदेश आया है। उसके अनुसार पेयजल वितरण के दौरान बिजली की कटौती शुरू की गई है।
आईडी चारण
सहायक अभियंता, डिस्कॉम, सिरोही।