सबगुरु न्यूज-सिरोही। जिला चिकित्सालय को शुक्रवार से जिले के कोरोना चिकित्सालय में परिवर्तित कर दिया जाएगा। इसके लिए शुक्रवार से ओपीडी सेवा महिला चिकित्सालय के सामने बने नए भवन में और भर्ती इनडोर आंख के अस्पताल में बनाया जाएगा। मुख्य भवन को पूरी तरह से कोरोना हॉस्पीटल में तब्दील कर दिया जाएगा।
-करनी होगी सौ बैड की व्यवस्था
जिले में कोरोना के संभावित संक्रमण से मुकाबले के लिए की जाने वाली पूर्व तैयारियों के तहत सौ बैड का चकित्सालय तैयार किया जाना है। इसमें वेंटीलेटर, सेम्पलिंग व्यवस्था, आइसोलेशन वार्ड आदि की सुविधा आवश्यक है। इसमें यदि कोई कोरोना पॉजीटिव मरीज आता है तो उसे उपचार के लिए रखा जाएगा।
-बीआई पीएपी और ऑक्सीजन कॉन्संट्रेटर आएंगे काम
सिरोही में फिलहाल एक वेंटीलेटर है। वही आबू के ग्लोबल हॉस्पीटल के पास चार। ऐसे में यहां पर सिर्फ पांच वेंटीलेटर हैं। लेकिन, सिरोही हॉस्पीटल को ही कोरोना हॉस्पीटल बनाने के आदेश के बाद ग्लोबल वाले हॉस्पीटल काम आएंगे। ऐसे में यहां पर विधायक संयम लोढ़ा की संस्तुति पर लाए जाने वाले बीआई पीएपी और ऑक्सीजन कॉन्संट्रेटर काम करेंगे। सांसद देवजी पटेल ने भी बुधवार को कोरोना से लडऩे के लिए उपकरण खरीद के लिए 15 लाख रुपये की अनुशंसा की है। इससे भी यदि बीआई पीएपी और ऑक्सीजन कॉन्संट्रेटर खरीदे जाते हैं तो सिरोही जिला चिकित्सालय के कोरोना वार्ड में आठ बीआई पीएपी और आठ ऑक्सीजन कॉन्संट्रेटर हो जाएंगे।
जिले के शेष दो विधायकों के पांच पांच लाख रुपये की अनुशंसा पर भी चार बीआई पीएपी और चार ऑक्सीजन कॉन्संट्रेटर भी जुड़ सकते हैं। ऐसे में जिला कोरोना हॉस्पीटल में 12-12 बीआई पीएपी और ऑक्सीजन कॉन्संट्रेटर हो सकते हैं। एक वेंटीलेटर के साथ यहां पर 13 बैड का आईसीयू तैयार किया जा सकता है।
-यह अंतर है वेंटीलेटर बीआई पीएपी-ऑक्सीजन कॉन्संट्रेटर में
दरअसल वेंटीलेटर के लिए फिक्स ऑक्सीजन लाइनों की जरूरत है। वहीं बीआई पीएपी और ऑक्सीजन कॉन्संट्रेटर को संयुक्त रूप से बिना ऑक्सीजन पाइपलाइन के ऑक्सीजन सिलेंडर के माध्यम से भी उपयोग में लिया जा सकेग। इतना ही नहीं वेंटीलेटर की उपलब्धता भी कम है और इसकी दर भी बीस से तीस लाख रुपये है।
इतनी राशि में बीआई पीएपी और ऑक्सीजन कॉन्संट्रेटर बारह-बारह आ जाएंगे। इसके अलावा यदि किसी व्यक्ति को गंभीर स्थिति में रेफर करने की जरूरत पड़ती है तो बीआई पीएपी और ऑक्सीजन कॉन्संट्रेटर के माध्यम से एक सिलेंडर के माध्यम से उसे एंबुलेंस से बाहर भेजा जा सकता है।
-राज्य सरकार से भी मांगे हैं वेंटीलेटर
डब्ल्यूएओ के निर्देशानुसार हर देश में दस हजार लोगों पर तीन बैड उपलब्ध होने चाहिए। भारत में यह 0.70 है। इस कोरोना हॉस्पीटल के तैयार होने से सिरोही में कोरोना के गंभीर मरीजों के लिए उपचार की व्यवस्था हो जाएगी। जिला चिकित्सा विभाग ने दस वेंटीलेटर की आवश्यकता जताई है यदि राज्य सरकार से यह भी आ जाते हैं तो बड़ा आईसीयू तैयार हो जाएगा। विधायक संयम लोढ़ा ने आश्वस्त किया है कि कोरोना वार्ड के लिए अतिरिक्त सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए वह चिकित्सा मंत्री से मिलेंगे।
-इनका कहना है….
जिला चिकित्सालय के मुख्य भवन को शुक्रवार से कोरोनो हॉस्पीटल में तब्दील कर देंगे। इसके लिए सौ बैड की आवश्यकता है। इसमें बीआई पीएपी और ऑक्सीजन कॉन्संट्रेटर के साथ ऑक्सीजन लेने में समस्या आने पर भी उपचार कर सकेंगे।
डॉ राजेश कुमार
सीएमएचओ, सिरोही।
जिला चिकित्सालय को फुल्ली डेडीकेटेड कोरोना हॉस्पीटल बना रहे हैं। सारी मेन पावर और मशीनरी पावर यहीं पर रहेगी, जिससे बेहतर चिकित्सा दी जा सके। इसके अलावा इससे सामान्य मरीजों और कोरोना पेशेंट को अलग अलग भी रखा जा सकेगा।
भगवती प्रसाद
जिला कलक्टर, सिरोही।