सबगुरु न्यूज-सिरोही। जब युवाओं के मंच पर भी 60’S के गीतों का जादू बिखरे और इन गीतों पर नृत्य सें पांडाल गूंज जाए तो समझो कि वही सदाबहार है। शहनाई 2023 में भी ‘बरेली की बर्फी’ की पीढ़ी के युवा साठ के दशक के ‘बरेली के झुमके’ को बिसरा नहीं पाए। राजकीय महाविद्यालय सिरोही के विज्ञान भवन के रंगमंच में 60 के दौर के गीतों से शुरू हुआ नृत्य और गीत सिलसिला 2023 तक के गीत संगीत को अपने में समेटा रहा।
महाविद्यालय सांस्कृतिक कार्यकम की शुरूआत मुख्य अतिथि संयम लोढ़ा ने सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस दौरान मुख्यअतिथि संयम लोढ़ा ने इस कार्यक्रम के श्रेष्ठ बच्चों को उनकी तरफ से देश के किसी भी शहर में हवाई यात्रा और दो दिन तक रहने का ऑफर दे आए। इस ऑफर की वेलिडिटी अगले छह महीने तक रखी गई है। उन्होंने कहा कमाने के लिए लम्बा समय है लेकिन, छात्र जीवन में जीवन के हर रंग का आनन्द लेना चाहिए।
आरटीडीसी के डायरेक्टर रहते हुए कई कलाकारों को देख चुके जिला कलेक्टर डॉ भंवरलाल की नृत्य और गीतों पर हिलती गर्दन इस कार्यक्रम में बच्चों के प्रतिभा के प्रति उनके कायल होने की गवाही दे रही थी। मंच पर उन्होंने इसे साबित भी कर दिया।
इन बच्चों की प्रतिभा को देखते हुए सिरोही महोत्सव में एक दिन का कार्यक्रम सिरोही के प्रतिभाशाली बच्चों के एक्सपोजर के लिए रखने की घोषणा की। महाविद्यालय प्राचार्य नवनीत कुमार ने इस सत्र में महाविद्यालय में हुए विकास कार्यों से अवगत करवाया।