सबगुरु न्यूज-सिरोही। सरकार बदलते ही माउण्ट आबू नगर पालिका की एसीबी में दर्ज शिकायतों की जांच के लिए वहां पर दस्तावेज खंगाले गए। अब सिरोही नगर परिषद में भी आयुक्त को बदल दिया गया है।
इत्तेफाक से आयुक्त उसी अधिकारी को लगाया है जिनके पूर्व कार्यकाल में उनके द्वारा रिजेक्ट की गई अधिकांश पत्रावलियों को वर्तमान भाजपा बोर्ड ने कथित रूप से नियमों के विरुद्ध पास कर दिया है। ऐसे में अधिकारी बदलने से नगर परिषद में हड़कम्प की स्थिति है।
विवादित खसरा संख्या 1218 से हटाया था अतिक्रमण
सिरोही नगर परिषद में संतकुमार की जगह सांचौर से अधिषासी अधिकारी शिवपालसिंह को आयुक्त नियुक्त किया गया है। शिवपालसिंह वहीं आयुक्त हैं, जिनके कार्यकाल में नगर परिषद सिरेाही बेशकीमती खसरा संख्या 1218 की जमीन पर हुए अतिक्रमण को तत्तकालीन जिला कलक्टर काला के निर्देश पर अतिक्रमणों को ध्वस्त किया गया था।
बाद में इसकी पत्रावलियों को शिवपालसिंह ने नियमन करने से भी रोक दिया था। बाद में भाजपा को बोर्ड आने पर भाजपा के सभापति ताराराम माली और आयुक्त लालसिंह राणावत ने इसके पट्टे जारी कर दिए। बाद में इन कब्जों को सिरेाही के तत्कालीन तहसीलदार विरेन्द्रसिंह ने भी अवैध करार देते हुए जमीन खाली करवाने के आदेश दिए थे। परिणामस्वरूप भाजपा सरकार में भाजपा नेताओं पर उनका स्थानांतरण करवाने का आरोप लगा था।
जयश्री राठौड़ से भी हुआ था विवाद
शिवपालसिंह राजपुरोहित कांग्रेस के पूर्व शासन में सिरोही नगर परिषद के आयुक्त थे। उस दौरान जमीनों के पट्टों और ठेकों के मामलों में तत्कालीन सभापति जयश्री राठौड़ से विवाद सार्वजनिक हुआ था। उस समय के हालातों को देखते हुए वर्तमान बोर्ड को भी यही डर सता रहा है कि पिछले पांच सालों में हुए पट्टा वितरण, ठेके, स्टोर आदि की पत्रावलियां सार्वजनिक नहीं हो जाएं।