सबगुरु न्यूज-सिरोही। 2016 में अतिवृष्टि के बाद सिरोही शहर की टूटी सड़कों को दुरुस्त करने के लिए आए बजट से जंगल में सड़कें बनाने पर सिरोही विधायक जिन अधिकारियों पर खफा हुए थे, उन्हें आज एपीओ कर दिया गया है। इनकी जगह नए अधिकारियों की नियुक्ति भी कर दी गई है।
सिरोही विधायक संयम लोढा ने 29 जनवरी को सिरोही नगर परिषद क्षेत्र में बनी सड़कों को निरीक्षण किया था। इस दौरान कालका तालाब मार्ग, श्मशान घाट से लेकर मामाजी के थान तक मार्ग, हाइवे से रूपरजत स्कूल तक जाने वाले मार्ग पर नया मार्ग बना हुआ मिला।
इन नए मार्गों पर जिस मद का पैसा खर्च किया गया था वह पैसा अतिवृष्टि के बाद सिरोही शहर में ध्वस्त हुई सड़कों की मरम्मत के लिए आया था। जबकि नगर परिषद सिरोही ने इस पैसे में से करीब दो करोड़ रुपए अपनी मर्जी से ही मद बदलकर दूसरी जगह खर्च कर दिए। आरोप यह लगा था कि यह सड़कें काॅलोनाइजिंग के लिए इन सड़कों पर पड़ने वाले खेतों के मालिकों को फायदा पहुंचाने के लिए किया गया था।
निरीक्षण के दौरान विधायक संयम लोढ़ा ने सिरोही नगर परिषद के एक्सईएन दिलीप माथुर और जेईएन मोहनलाल मीणा पर जनता के पैसों को दूसरे के लाभ के लिए खर्च करने पर नाराजगी जताई। इस दौरान एक्सईएन ने पूर्व विधायक के दबाव में यह काम करने की बात भी कही। अब स्वायत्त शासन विभाग ने इन्हीं एक्सईएन दिलीप माथुर और जेईएन मोहनलाल मीणा को एपीओ कर दिया है।
इनके पीछे प्रशासनिक कारण बताए जा रहे हैं। इनके स्थान पर जालोर नगर परिषद के एक्सईएन विनय बोड़ा को सिरोही नगर परिषद में एक्सईएन विनय बोड़ा और भीनमाल योगेश कुमारी कुमावत को जेइएन लगाया गया है। प्रशासनिक हलकों में माना जा रहा है कि दोनों के स्थानांतरण के पीछे इन सड़कों के के निर्माण में बजट उपयोग में विधायक को मिली अनियमितता भी एक कारण हो सकता है।