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पेयजल का घड़ा भरने के लिए जल स्रोतों को ढूंढने में थक रहे कदम - Sabguru News
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पेयजल का घड़ा भरने के लिए जल स्रोतों को ढूंढने में थक रहे कदम

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पेयजल का घड़ा भरने के लिए जल स्रोतों को ढूंढने में थक रहे कदम

आबूरोड(सिरोही)। सिरोही जिले के आबूरोड के समीपवर्ती आदिवासी बहुल क्षेत्रों में गर्मी का पारा लगातार बढ़ रहा है। भूजल स्तर गहरा गया है। हेडपंपों, कुओं, बावडियो, नदी, नालों, तालाबों, बांधों आदि जल स्रोतों में नीर रसातल पहुंचता जा रहा है! ऐसे में मनुष्य व पशु पक्षियों, वन्य प्राणियों को हलक तर करने के लिए जरूरत जितना पानी भी सहजता से नहीं मिल रहा। ग्रामीण क्षेत्रों में जनसंख्या आबादी एवं पशुधन की जल जरूरत इन दिनों अधूरी है।

कुओं एवं हेडपंपों में गहरा गया जल स्तर

गांवों में सड़कों के किनारे हेडपंप व भीतरी इलाकों में निजी कुओं से अधिकतर ग्रामीण जल की आवश्यकता पूरी करते हैं। बारिश एवं सर्दी में पानी के यह जल स्रोत भरपूर रूप से मानव एवं प्राणियों की जल जरूरत पूरी करते हैं, लेकिन गर्मी की ऋतु में इन स्रोतों का जल स्तर गहरा जाने से इन स्रोतों पर निर्भरता वाली आबादी की जल कील्लत से जूझती हुई इन दिनों तस्वीरें साफ तौर से सामने दिखाई दे रही है।

खराब हैंडपंप, प्यासे कंठ

गांवों में हैंडपंपों में पानी घट रहा है ऐसे में ग्रामीणजनों एवं पशुधन की प्यास नहीं बुझने तक की किल्लत उभर गई है। अधिकतर हेड पंप गांवों में चेन खराबी, पाइप लीकेज, संचालक हत्था घिछाई, अंदर फुटबॉल खराबी के कारण जल प्रवाह से बाधित है, ऐसे निष्क्रिय हेडपंपों की संख्या देलदर एवं आबूरोड तहसील के उन गांवों में ज्यादा है जहां आदिवासी आबादी निवास करती है।

बेजुबान पशुधन प्यासा

ग्रामीण क्षेत्रों में निवास कर रही जनसंख्या आबादी के साथ उनका पशुधन गहराते जल स्तर के कारण प्यासा है, गाय भैंस बकरियों की प्यास बुझाने के लिए वहां का पशुपालक त्रस्त है। आने वाले समय में और भी ज्यादा गर्मी का पारा बढ़ जाने पर जल संकट हालातों की भयवहायतों से निजात पाना चुनौतीपूर्ण होगा।

जल संकट से जूझ रही गांव की ढाणियां

जांबूडी के बोसा गांव की खादराफली, कलोराफली, तलेटी के मीण गांव की कुकड़ा फली, उपला गढ़ की पानवा फली, गोरियाफली, गोरसाफली, उपली बोर, निचला गढ़ की कामरा फली वेराफली, उपला खेजड़ा ग्राम पंचायत के निचला खेजड़ा की भूराधेफरा फली, मथारा फली, पिलखाफली, उपला खेजड़ा गांव की सरना फली, गांव फली, खारा फली, पाबा ग्राम पंचायत की सात खेजड़ा, मारगे पीपला, पीपल सरी, दोयतरा ग्राम पंचायत के बोरीबूज, टीटवनधरा, गोयली खेतर, सुरपगला ग्राम पंचायत की डेरी गांव की इंडी फली, थला फली, पीपर माल, इड माल, जायदरा ग्राम पंचायत के उपला टाकिया, निचला टाकिया आदि गांवों की ढाणियों में जल संकट गहरा गया है।

प्रमुख चौराहों पर रखे जाएं टैंकर

देलदर, एवं आबूरोड तहसील के गांवों के प्रमुख चौराहों पर भी यात्रियों द्वारा हलक तर करने की जुगत दिखाई पड़ती है। दानबोर चौराहा, जांबूडी की साबी वरली, मीन तलेटी, दोयतरा, निचलीबोर तालाब की बारी, उपला गढ़, निचला खेजड़ा, उपला खेजड़ा बूजा, भमरिया, रणोरा तथा जायदरा निचला गढ़ चौराहे पर इन दिनों पर्याप्त पेयजल की सुनिश्चिता किए जाने पर यात्रियों को जल सुविधा सुलभ हो सकेगी।