सिरोही। राजस्थान में सिरोही जिले के जीरावला प्राचीन तीर्थ में चातुर्मास समाप्ति पर मंगलवार को भगवान श्री जीरावला पार्श्वनाथ दादा का महाअभिषेक होगा जिसमें भारी तादाद में प्रवासी जैन बन्धु भाग लेंगे।
महाभिषेक प्रातः 7ः30 बजे विधिविधान के साथ होगा और उसके बाद प्रातः 8ः15 बजे आचार्य भगवंत चतुर्विद संघ के साथ चार्तुमास परिवर्तित करते हुए दांतराई गांव के लिए विहार करेंगे। प्रातः 9:30 बजे चतुर्विद संघ के दांतराई नगर में पहुंचने पर सकल संघ की ओर से दांतराई नगर में पहुंचने पर दांतराई जैन संघ के पंच महाजनान भव्य सामैया करेंगे। सामैया के बाद मुनिसुव्रत स्वामी जिनालय में श्री शत्रुंजय पठ के समक्ष ‘भाव यात्रा’ आचार्य श्री करवाएंगे।
परम्पराओं के अनुसार भक्तों की विनती पर आचार्य श्री कई भक्तों के निवास स्थापन पर पंगलिये करके उनको आशीर्वाद भी प्रदान करेंगे। जीरावला तीर्थ में पहली बार किसी आचार्य श्री के चातुर्मास से जीरावल तीर्थ में हजारों भक्तों ने आराधना कर अपने जीवन को धन्य बनाया और तीर्थ को नई उर्जा मिली। आचार्य श्री की निश्रा में 2200 वर्ष प्राचीन धवली तीर्थ महावीर स्वामी की प्रतिमा मेहमान रूपी विराजित हुई।