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बेशकीमती सरकारी बिलानाम भूमि में काट दिए 21 आवासीय प्लॉट - Sabguru News
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बेशकीमती सरकारी बिलानाम भूमि में काट दिए 21 आवासीय प्लॉट

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बेशकीमती सरकारी बिलानाम भूमि में काट दिए 21 आवासीय प्लॉट

सिरोही/पिंडवाड़ा। गत कुछ माह पूर्व एसीडी की रेड के दौरान लाखों रुपए की नगदी जलाने वाले तत्कालीन तहसीलदार कल्पेश जैन का नाम एक बार फिर बड़े जमीन घोटाले में सामने आ रहा है।

स्वरूपगंज निवासी सुरेश कुमार जगनाजी पटेल भीमाना ने तत्कालीन तहसीलदार कल्पेश जैन तथा पटवारी अकाराम बंजारा के उपर नेशनल हाईवे नंबर 27 पर स्थित दल्लेखां पेट्रोलपंप के पास बेशकीमती सरकारी बिलानाम भूमि पर रिकॉर्ड को टेंपर तथा छेड़छाड़ कर भू माफियाओं के साथ मिलकर करीब 21 आवासीय प्लॉट काटकर भारी भ्रष्टाचार करनेे का आरोप लगाया है।

शिकायतकर्ता सुरेश कुमार ने अपनी शिकायत में बताया कि हाईवे रोड पर दल्ले खां पेट्रोल पंप केे पास राजकीय बिलानाम भूमि खसरा नंबर 114 आई हुई है। हाईवे रोड के पास में होने से इसकी मार्केट वैल्यू लगभग 2 करोड रुपए हैं।

पटवारी अकाराम बंनजारा और एसीडी द्वारा ट्रैप किए हुए पूर्व तहसीलदार कल्पेश कुमार जैन ने भू माफियाओं से लाखों रुपए लेकर मिलीभगत करके हाईवे रोड की सीमा 132 में छोड़ी गई भूमि को रिकॉर्ड में छेड़ छाड़, कांट-छांट व टेंपर करके खसरा नंबर 1313/114 रकबा 7 बीस्वा और खसरा नंबर 114/ 9 रकबा 5 बीस्वा कुल 12 बीस्वा को मूल स्थान से उठाकर उसकी जमीन से लगभग 200 मीटर दूर राजकीय बिला नाम भूमि खसरा नंबर 114 में हाईवे रोड से 132 फीट की दूरी पर राजकीय नक्शा लट्ठा में तरमिम ट्रेस कर दी गई।

इस दरमियान पटवारी और तहसीलदार ने रिकॉर्ड के खिलाफ जाकर सभी नियम कायदों की धज्जियां उड़ाते हुए बैक डेट में कृषि भूमि से आवासीय उपयोग भूमि रूपांतरण कन्वर्जन भी कर दिया। पटवारी बंजारा तहसीलदार जैन ने राजकीय भूमि में भू माफियाओं को मौके पर कब्जा भी करवा दिया और बिला नाम पर अवैध तरीके से फ्लोटिंग भी करवा दी।

इस तरीके से राजकीय बिलानाम भूमि जो काफी बेशकीमती जमीन की वैल्यू पर दोनों सरकारी कारिंदों ने भारी भरकम रकम लेकर अवैध तरमीम के भू माफियाओं को बेच दी। वहीं शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि पटवारी भीमाना से अखाराम बंजारा का चार्ज एसडीएम पिंडवाड़ा ने गत 10 जनवरी को हटा दिया था। इसके बावजूद भी पटवारी अखाराम बंजारा ने नियम विरुद्ध अवैध तरमीम करके भूमि की कन्वर्जन की रिपोर्ट बैक डेट में की।

वही शिकायतकर्ता ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार भूमि पर जाने के लिए रिकॉर्ड रास्ता होना आवश्यक है, जबकि यह भूमि चारों तरफ से पैक व रिकॉर्ड अनुसार कोई रास्ता नहीं है फिर भी पटवारी अखाराम बंजारा तहसीलदार कल्पेश जैन ने खुलेआम नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए बिलानाम भूमि को भू माफियाओं के आदमियों के नाम भूमि रूपांतरण कर दिया।

शिकायत के आधार पर पत्र की जांच उप तहसीलदार बावरी, भूअनि पिंडवाड़ा, भूअनि वाटेरा एवं पटवारी हल्का काछोली की संयुक्त टीम से जांच करवाई गई। जिसमें विभिन्न दस्तावेजों की जांच करने के बाद तथा बयान दर्ज करने के दौरान जांच रिपोर्ट तहसीलदार को पेश की गई।

वहीं जांच रिपोर्ट में तहसीलदार ने बताया कि पूरा प्रकरण रिकॉर्ड में काट छाट करने का है एवं सड़क सीमा में प्रभावित भूमि की गलत तरमीम करने, बिना रास्ते के नियमों के विपरीत जाकर आवासीय रूपांतरण करने का है। जिसके लिए तत्कालीन पटवारी अखाराम बंजारा वह तत्कालीन तहसीलदार कल्पेश जैन की संलिप्तता जाहिर होती है।

प्रकरण गंभीर होने से मामले में फौजदारी प्रकरण दर्ज होने पर विस्तृत जवाबदारी तय हो सकती है। शिकायतकर्ता की शिकायत सही है। जिस पर नियम अनुसार अग्रिम कानूनी कार्रवाई करने के लिए संपूर्ण जांच रिपोर्ट उपखंड अधिकारी पिंडवाड़ा को गत 14 जून को सौंप दी गई है।

गौरतलब है कि करीब 20 दिन बीत जाने के बाद भी इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। जिससे उच्च अधिकारियों पर भी इस मामले में लिप्त होने का अंदेशा लगाया जा रहा है।

पटवारी व अधिकारी पूर्व में एसीडी में हो चुके हैं ट्रेप

बेशकीमती करोड़ों रुपए की सरकारी भूमि को हड़पने के मामले सामने आ रहे दोनों सरकारी कारिंदे अपने सेवाकाल में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के द्वारा ट्रेप हो चुके हैं। इसमें से पूर्व तहसीलदार कल्पेश जैन भारतीय मुद्रा जलाने के मामले में पूरे देश भर में चर्चित है तथा पटवारी अखाराम बंजारा भी वर्ष 2007 में एसीडी द्वारा ट्रेप हो चुका है।

वही अखाराम की हठधर्मिता ऐसी है कि भीमाना पटवार हल्का से चार्ज हटाने के बावजूद भी सरकारी रिकॉर्ड एवं बास्ते को जमा नहीं करवाना तथा पुलिस के हस्तक्षेप से चार्ज को एज्यूम करवाने के मामले भी सामने आए हैं। फिर भी ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों को बचाने के प्रयास कौन कर रहा है?

इनका कहना

मामले की जांच करवा कर संपूर्ण जांच रिपोर्ट उपखंड अधिकारी को भेज दी गई है।

विक्रम सारण, तहसीलदार, पिंडवाड़ा

जांच चल रही है रिपोर्ट बनाकर शीघ्र ही प्रेषित की जाएगी।

हरिसिंह देवल,एसडीएम, पिंडवाड़ा

उपखंड अधिकारी से मामले की जानकारी लेकर मामले में दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाही कर शीघ्र मामले का निस्तारण किया जाएगा।

भगवती प्रसाद, कलेक्टर

तरमीम गलत प्रकार से हुई है जिसमें शुद्धीकरण के लिए मेरे स्वयं द्वारा पूर्व में तहसील कार्यालय में अवगत करवा दिया है तथा हस्ताक्षर वेरिफिकेशन के लिए भी मांग की गई है।

अकाराम बंजारा, पटवारी।