आबूरोड। सिरोही जिले के आबूरोड में समीपवर्ती देलदर तहसील के उपलाखेजडा उच्च माध्यमिक विद्यालय के आबूरोड अस्पताल में एक विद्यार्थी का 2-3 दिन बीमार रहने तथा रैफर के बाद सिरोही अस्पताल में उपचार के दौरान दम टूट गया।
महज तीन दिन बीमारी के दौरान छात्र की असामयिक मृत्यु के बाद परिजन नाकाराम पुत्र सोमाराम गरासिया निवासी भामटी फली उपला खेजड़ा को घर लेकर आए। मृतक छात्र उपलाखेजडा विद्यालय से अध्ययन कर कक्षा 12वीं बोर्ड की परीक्षा उपला गढ़ परीक्षा केंद्र पर दे रहा था। एक परीक्षा देने के बाद अंतराल के दिनों मे अपने घर उपला खेजड़ा अचानक अस्वस्थ हो गया और अचानक अस्पताल उपचार के दौरान मृत्यु हो गई।
छात्र दुर्घटना बीमा योजना की जानकारी नहीं होने से मृतक छात्र के अभिभावक ना तो पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज करवा पाए और ना नियमानुसार पोस्टमार्टम की कार्रवाई की गई। जिससे अचानक मौत के शिकार विद्यार्थी का छात्र दुर्घटना बीमा योजना का लाभ मिलना मुश्किल रहता है।
आदिवासी क्षेत्र में ऐसे कई विद्यार्थियों की असामयिक मौत की घटना में अधिकांश ऐसी घटनाएं अंदर क्षेत्रों में होती है लेकिन इसमें अशिक्षित अभिभावकों को अपने विद्यार्थी की घटना के एवज में मिलने वाली सहायता से वंचित होना पड़ता है। पोस्टमार्टम एवं पुलिस कार्रवाई के बगैर अभिभावकों को छात्र दुर्घटना बीमा का लाभ नहीं मिल पाता।