कोलकाता। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने रविवार को आरोप लगाया कि तृणमूल के ‘गुंडों’ ने जादवपुर लोकसभा क्षेत्र में पार्टी के बाघाजतिन स्थित मतदान कार्यालय को नष्ट कर दिया है तथा तृणमूल हिंसोन्मादी हो गई है।
पार्टी ने एक बयान में कहा है कि तृणमूल और भारतीय जनता पार्टी का गठजोड़ सबके सामने बेनकाब हाे चुका है तथा केन्द्रीय अर्द्धसैनिक बल मूकदर्शक बने हुए हैं। लोगों के संयुक्त विरोध को देखते हुए इन गुंड़ों को वहां से भागने को मजबूर होना पड़ा है।
माकपा नेता और पार्टी महासचिव सीताराम येचुरी ने कईं ट्वीट कर कहा कि डायमंड हार्बर, दमदम और उत्तर कोलकाता में बड़े पैमाने पर धांधली हो रही है और यहां कोई भी अर्द्धसैनिक बल नहीं है और लोकतंत्र का अपहरण होने से रोकने के लिए कोई भी प्रयास नहीं किया गया है।
चुनाव आयोग महज मूक दर्शक बनकर तो नहीं रह सकता है और उसे निर्णायक तौर पर हस्तक्षेप करना चाहिए। अब लोग ही इस हिंसा का विरोध कर रहे हैं और अपने अधिकारों के लिए लड़ रहे हैं।
उन्हाेंने कहा कि चुनावों के इतने लंबे समय तक चलने का कारण स्वतंत्र एवं निष्पक्ष आयोजन करना बताया गया था लेकिन आजाद भारत के इतिहास में यह चुनाव आयोग की सबसे हताशाजनक निगरानी है।
एक अन्य ट्वीट में उन्होने कहा कि इस बारे में मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा से बातचीत की और दम दम, डायमंड हार्बर तथा कोलकाता के अलावा उत्तर जाधवपुर में बड़े पैमाने पर हिंसा एवं धांधली हुई है। उन्होंने हमें आश्वासन दिया है और हमें उम्मीद है कि लोगों को स्वतंत्र एवं निष्पक्ष तौर पर मतदान करने दिया जाएगा।