चंडीगढ़। लुधियाना में इसेवाल गांव के नज़दीक हुए सामूहिक बलात्कार के प्रकरण, जिसमें पुलिस ने छह दोषियों को काबू कर लिया है, की जांच आईजी (रोपड़) की निगरानी में दाखा की डीएसपी हरकंवल कौर से करवाई जाएगी।
पंजाब प्रमुख दिनकर गुप्ता ने लुधियाना में पत्रकार सम्मेलन में यह जानकारी दी और कहा कि जांच 60 दिनों में पूरी की जाएगी।
गुप्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने इस मामले की जांच जल्द मुकम्मल करने और दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिलाने के लिए कोई कोरकसर न छोड़ने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों का निपटारा फास्ट ट्रैक अदालतों के जरिए कराने के लिए मुख्यमंत्री देश के मुख्य न्यायाधीश से मिलेंगे। उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस की कोशिश रहेगी कि दोषियों को चार महीनों के अंदर सज़ा दिलाई जा सके।
इस प्रकरण में सादिक अली जगरूप सिंह उर्फ रूपी और सुरमू को पहले ही गिरफ्तार किया गया था और कल अदालत में पेश किया गया जहां से उन्हें सात दिन की पुलिस हिरासत में भेजने का आदेश दिया गया। अजय, सैफ अली एक नाबालिग आरोपी को आज गिरफ्तार किया गया है।
नौ फरवरी की रात पीड़िता और उसका मित्र लुधियाना से इसेवाल कार में जा रहे थे जब तीन मोटरसाईकल सवारों ने उनको रास्ते में जबरन घेर कर उन्हें सुनसान स्थान पर ले गए व लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार किया।
उन्होंने पीड़ितों को छोड़ने के लिए साथी लड़के के मोबाइल से फोन करके उसके एक दोस्त से एक लाख रुपए की फिरौती की मांग भी की थी। जिसे फोन किया गया था उस मित्र ने दाखा पुलिस स्टेशन एएसआई विद्या रत्न से संपर्क किया पर उनका पीड़ितों से संपर्क न हो सका। आरोपी पीड़िता और उसके मित्र को रात दो बजे घटनास्थल पर ही छोड़कर भाग गए।