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लखीमपुर खीरी में भाजपा कार्यकर्ताओं और किसानों के बीच हिंसक झड़प, 6 की मौत - Sabguru News
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लखीमपुर खीरी में भाजपा कार्यकर्ताओं और किसानों के बीच हिंसक झड़प, 6 की मौत

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लखीमपुर खीरी में भाजपा कार्यकर्ताओं और किसानों के बीच हिंसक झड़प, 6 की मौत

लखीमपुर खीरी। उत्तर प्रदेश में किसान आंदोलन की चिंगारी से भड़की आग ने रविवार को विकराल रूप धारण कर लिया जब तिकुनिया क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं और किसानों के बीच हुई हिंसक झड़प में कम से कम 6 लोगों की जान चली गई जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।

सूत्रों के अनुसार उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य काे केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के गांव बनवीरपुर में एक कार्यक्रम में भाग लेने जाना था जहां कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान बड़ी तादाद में काले झंडे लेकर एकत्र हो गए थे। किसानों का आरोप है कि विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों की भीड़ पर भाजपा कार्यकर्ताओं जिसमें मिश्र के पुत्र आशीष मिश्र भी शामिल थे, अपनी कार चढ़ा दी। इस घटना में गंभीर रूप से घायल चार किसानों की मौत हो गई।

घटना से आक्रोशित किसानों ने दो वाहनों में आग लगा दी और कार चालक की पीट पीट कर हत्या कर दी। इस बीच मौके पर बड़ी तादाद में सुरक्षा बलों को तैनात कर दिया गया। किसानों ने मृत किसानों के शव रखकर धरना शुरू कर दिया।

इस बारे में केन्द्रीय राज्य मंत्री का कहना है कि घटना के समय उनका पुत्र मौजूद नहीं था और हंगामे के दौरान चालक को पत्थर लगने से गाड़ी अनियंत्रित हो गई जिसकी चपेट में किसान आ गए। उन्होंने कहा कि किसानों के आंदोलन में शामिल असामाजिक तत्वों ने उनके कार चालक हरिओम को पीट पीटकर मार डाला।

वहीं किसानों का आरोप है कि तिकुनिया विद्युत उपकेंद्र के पास किसानों की भीड पर पीछे से जानबूझ कर कार चढाई गई। इस घटना में बहराइच के नानपारा क्षेत्र निवासी गुरविंदर सिंह, दलजीत सिंह और खीरी की पलिया तहसील के लवप्रीत सिंह के अलावा एक अन्य किसान की मौत हो गई।

ज़िलाधिकारी डॉक्टर अरविंद कुमार चौरसिया, एसपी विजय ढुल और एडीजी आईजी लक्ष्मी सिंह आंदोलनरत किसानो से बात कर रहे हैं। इस बीच अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार लखीमपुर खीरी पहुंच गए हैं।

किसान नेता राकेश टिकैत ने आंदोलनकारी किसानों से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि लखीमपुर खीरी में हुई घटना बहुत ही दुखद है। ‌इस घटना ने सरकार के क्रूर और अलोकतांत्रिक चेहरे को एक बार फिर उजागर कर दिया है।

किसान आंदोलन को दबाने के लिए सरकार किस हद तक गिर सकती है, सरकार और सरकार में बैठे लोगों ने आज फिर बता दिया लेकिन सरकार भूल रही है कि अपने हक के लिए हम मुगलों और फिरंगियों के आगे भी नहीं झुके। सरकार किसान के र्धर्य की और परीक्षा न ले। किसान मर सकता है पर डरने वाला नहीं है।

सरकार होश में आए और किसानों के हत्यारों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी सुनिश्चित करे। किसानों से अपील है कि शांति बनाएं रखें, जीत किसानों की ही होगी। सरकार होश में ना आई तो भाजपा के एक भी नेता को घर से नहीं निकलने दिया जाएगा।

लखीमपुर के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी : योगी

मुख्यमंत्री योगी आदित्ययनाथ ने लखीमपुर की घटना पर दुःख प्रकट करते हुए कहा है कि इस प्रकार की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। सरकार इस घटना के कारणों के तह में जाएगी और घटना में शामिल तत्वों को बेनकाब करेगी तथा दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही करेगी।

योगी ने कहा कि मौके पर शासन द्वारा अपर मुख्य सचिव नियुक्ति, कार्मिक एवं कृषि, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था आयुक्त लखनऊ तथा पुलिस महानिरीक्षक लखनऊ मौजूद है तथा स्थिति को नियंत्रण को रखते हुए घटना के कारणों की गहराई से जांच कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि घटना में लिप्त जो भी जिम्मेदार होगा सरकार उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी। क्षेत्र के सभी लोगों से अपील है कि वे अपने घरों पर ही रहे और किसी के बहकावे में न आए तथा मौके पर शान्ति व्यवस्था कायम रखने में अपना योगदान दें। किसी प्रकार के निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले मौके पर हो रही जांच तथा कार्रवाई का इन्तजार करें।

लखीमपुर की घटना पर विपक्ष लामबंद

लखीमपुर खीरी में कृषि कानून के विरोध में प्रदर्शन कर रहे किसान और भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़प के बाद विपक्षी दल लामबंद हो गए हैं। समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए योगी सरकार पर तीखी टिप्पणियां की है।

बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट किया कि यूपी के जिला लखीमपुर खीरी में 3 कृषि कानूनों की वापसी की माँग को लेकर आन्दोलन कर रहे किसानों पर केन्द्रीय मंत्री के पुत्र द्वारा कथित तौर पर कई किसानों की गाड़ी से रौंद कर की गई हत्या अति-दुःखद। यह भाजपा सरकार की तानाशाही व क्रूरता को दर्शाता है जो कि इनका असली चेहरा भी है।

उन्होने कहा कि इस घटना के सम्बंध में भी पीड़ितों को सरकार से उचित न्याय मिलने की उम्मीद नहीं है। इसलिए माननीय सुप्रीम कोर्ट इस दुःखद घटना का स्वंय ही संज्ञान ले, बीएसपी की यह मांग। साथ ही, बीएसपी के स्थानीय प्रतिनिधिमण्डल को भी घटनास्थल पर जाने का निर्देश।

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि लखीमपुर खीरी में भाजपाइयों द्वारा गाड़ी से रौंदे जाने की घटना में गंभीर रूप से घायल किसान नेता तेजिंदर सिंह विर्क जी से अभी थोड़ी बात हो पाई। उनकी अति गंभीर स्थिति को देखते हुए सरकार तुरंत उन्हें सर्वोत्तम इलाज उपलब्ध कराए। बस एक माँग मुख्यमंत्री इस्तीफ़ा दें।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट किया कि भाजपा देश के किसानों से कितनी नफ़रत करती है। उन्हें जीने का हक नहीं है। यदि वे आवाज उठाएंगे तो उन्हें गोली मार दोगे, गाड़ी चढ़ाकर रौंद दोगे? बहुत हो चुका। ये किसानों का देश है, भाजपा की क्रूर विचारधारा की जागीर नहीं है। किसान सत्याग्रह मजबूत होगा और किसान की आवाज और बुलंद होगी।