नारायणपुर। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित नारायणपुर जिले के कड़ेनार स्थित भारत तिब्बत सीमा पुलिस के एक कैंप में तैनात एक जवान ने बुधवार सुबह अपने ही साथियों पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी, जिससे छह जवानों की मौत हो गई और दो अन्य जवान घायल हो गए, जिन्हें रायपुर ले जाया गया है।
बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक पी सुंदरराज ने बताया कि जिला मुख्यालय से 60 किमी दूर कड़ेनार इलाके में आईटीबीपी के जवानों नक्सल प्रभावित इलाकों में तैनात थे। सुबह कैंप में जवानों के बीच आपसी गोलीबारी होने से छह जवानों की मौके पर मौत हो गई और दो अन्य जवान गंभीर रुप से घायल हो गया। घायल जवानों को नारायणपुर ले जाया गया, वहां से दोनों को उपचार के लिए रायपुर ले जाया गया।
आईजी पी सुंदरराज ने बताया कि पुलिस जांच में यह भी पता चला है कि कि आपसी फायरिंग में नहीं, बल्कि सिर्फ एक ही जवान की फायरिंग में सभी जवानों की मौत हुई है। बाद में फायरिंग करने वाले जवान रहमान ने भी खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली।
उन्होंने बताया कि कि मरने वाले जवानों में शामिल आरक्षक मसुदुल रहमान ने ही गुस्से में आकर फायरिंग शुरू की, जिसमें सभी जवान मारे गए। आखिर में रहमान ने खुद को भी गोली मार ली। जवान ने अपनी एके-47 से साथी जवानों पर गोली चलाई है।
उन्होंने बताया कि गोली चलाने वाला जवान भी मारा गया है। गोली चलाने के कारणों की जांच की जा रही है। उस समय की परिस्थितियों को देखने के बाद ही बताया जा सकता है कि जवान ने क्यों गोली चलाई। घायल जवानों को रायपुर के रामकृष्ण अस्पताल ले जाया गया है।
मृतकों जवानों की पहचान प्रधान आरक्षक महेंद्र सिंह निवासी ग्राम संदियार जिला बिलासपुर हिमाचल प्रदेश, प्रधान आरक्षक दलजीत सिंह निवासी ग्राम जागपुर जिला लुधियाना पंजाब, आरक्षक मसुदुल रहमान निवासी ग्राम बिलकुमरी जिला नादिया पश्चिम बंगाल, आरक्षक सुरजीत सरकार, निवासी ग्राम नॉर्थ श्रीरामपुर जिला बर्दवान पश्चिम बंगाल, आरक्षक विश्वरूप महतो निवासी ग्राम खुरमुरा जिला पुरुलिया पश्चिम बंगाल और बिजेस निवासी ग्राम इरावाट्टोर जिला कोझिकोड केरल के रुप में हुई है।
वहीं आरक्षक उल्लास निवासी ग्राम पुलिमठ जिला तिरुवनंतपुरम केरल, आरक्षक सीता राम दून निवासी ग्राम नायाबास जिला नागौर राजस्थान है, जिनका इलाज रायपुर में चल रहा है।