मुरैना। मध्यप्रदेश के मुरैना जिले में एक नाबालिग के गैंगरेप का शिकार होने के बाद छह माह की गर्भवती होने का मामला प्रकाश में आया है। बाल कल्याण समिति ने इस बालिका को अपने सरंक्षण में मुरैना जिला मुख्यालय पर एक सुरक्षित और अति गोपनीय स्थान पर रखा है।
बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष अमित जैन ने सोमवार को बताया कि गत 17 सितंबर को समाचार पत्रों में प्रकाशित समाचारों के आधार पर बाल कल्याण समिति ने इस गंभीर मामले को अपने संज्ञान में लिया और उस नाबालिग के घर पहुंची। समिति ने निर्णय लिया कि स्वास्थ्य की देख रेख करने के लिए नाबालिग को अपने सरंक्षण में रखा जाए।
नगरा थाना क्षेत्र के ग्राम छत्ते का पुरा निवासी एक गरीब परिवार की नाबालिग लड़की रोज जंगल में बकरियां चराने जाती थी। उसी दौरान गांव के पांच लड़कों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कृत्य किया और उसे धमकी दी कि किसी को कुछ बताया तो जान से मार दिया जाएगा। भय के कारण उसने तीन माह तक किसी की कुछ नहीं बताया और वे लोग उसका शारीरिक शोषण करते रहे।
पीड़िता जब तीन चार माह की गर्भवती हुई तो उसने अपनी मां को सारी कहानी बताई। पुलिस ने मां-बेटी की रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, लेकिन तब तक नाबालिग छह माह की गर्भवती हो चुकी थी।