

बेंगलुरू । पूर्व विदेश मंंत्री एस. एम. कृष्णा ने कहा है कि पिछले पांच वर्षों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जाे काम किए हैं उनके बारे में हर कोई परिचित हैं और इस बार हो रहे लोकसभा चुनावों में लोगों ने उन्हें फिर सत्ता में लाने का मन बना लिया है।
कृष्णा ने यहां पत्रकारों से कहा कि वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का अहम हिस्सा है और पार्टी तथा उनमें कोई भी अंतर नहीं है। उन्होंने कहा,“ कृष्णा और भाजपा अलग नहीं हैं और वह पूरी तरह पार्टी के साथ जुड़े हुए हैं तथा मुझे पूरी उम्मीद है कि दूसरी बार मोदी के लिए प्रधानमंत्री बनने का सही समय आ चुका है।”
कृष्णा ने महागठबंधन के बारे में कहा,“यह गठबंधन भी नहीं है, और उन्हें ही महा (ग्रेट) होने दीजिए। अगर मैं उदाहरण के तौर पर सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश का ही नाम लूं तो यहां कौन सा गठबंधन है, केवल समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ही इसमें शामिल हैं तथा कांग्रेस इसमें कहा हैं। उन्हें मात्र दाे सीटें दी गयी हैं और इससे पता चलता है कि कांग्रेस की स्थिति कितनी अप्रासंगिक हो चुकी है अौर राष्ट्रीय स्तर पर उसका कितना महत्व रह गया है।”
इस मौके पर पूर्व कांग्रेसी दिवंगत नेता अंबरीश की पत्नी सुमालता भी मौजूद थीं जो उनसे आशीर्वाद लेने आई थी। वह कर्नाटक की मांड्या लोकसभा सीट से जनता दल (सेक्युलर) सीट से चुनाव लड़ने का मन बना चुकी है। यह सीट पहले एच डी देवेगौडा की पार्टी वाले गठबंधन के पास थी और चुनावी तालमेल के तहत उसने अब इसे अपने गठबंधन सहयोगी कांग्रेस के लिए छोड़ दिया है।
कृष्णा ने कहा कि यह फैसला भाजपा आलाकमान को लेना है कि वह सुमालता को समर्थन देती है अथवा मांड्या में अपना खुद का उम्मीदवार उतारती है तब तक हम यह देखेगें कि उन्हें समर्थन दिया जाए या नहीं। कृष्णा ने कहा,“अब सुमालता ने चुनाव लड़ने का प्रस्ताव दिया है तोे इस मामले में भाजपा आलाकमान को ही फैसला लेना है कि उन्हें मांड्या सीट से अपना उम्मीदवार बनाया जाए अथवा भाजपा की ओर से समर्थन दिया जाए। यह फैसला 18 मार्च तक ही लेना है।”
इस दौरान सुमालता ने कहा कि वह उनसे आशीर्वाद लेने यहां आई हैं। उन्होंने कहा,“ मैंने भाजपा में शामिल होने का फैसला नहीं किया है और न ही इस मामले में मेरी कृष्णा से कोई चर्चा हुई है। जनता दल(एस) की तरफ से भी मुझे कोई निमंत्रण नहीं मिला है।”