नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल पर कथित काले धन को सफेद करने वाले एक कारोबारी के साथ मिल कर एक भूमि घोटाला करने का गुरुवार को आरोप लगाया और सवाल किया कि क्या कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को यह सौदा स्वीकार्य है।
केन्द्रीय मंत्री एवं भाजपा नेता स्मृति ईरानी ने संवाददाताओं से कहा कि क्या यह कांग्रेस नेतृत्व के लिए स्वाभाविक है कि वह काले धन को सफेद करने वाले को गले लगाए। क्या उन लोगों से हाथ मिलाना कांग्रेस नेतृत्व के लिए सहज है कि जिनके विरुद्ध रिश्वत लेने के मामले में केन्द्रीय जांच ब्यूरो की जांच चल रही है।
ईरानी ने कहा कि डाॅ मनमाेहन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार में कानून मंत्री रहे सिब्बल के लिए काले धन को सफेद करने वाले एवं सीबीआई की जांच के घेरे में आए कारोबारी के साथ क्यों सौदा किया गया, इसका उत्तर सिब्बल ही दे सकते हैं।
उन्हाेंने कहा कि कुछ लोग कहेंगे कि यह एक निजी मामला है। सिब्बल किसी से भी जमीन खरीद सकते हैं, लोग यह भी कह सकते हैं कि सिब्बल कोई ऐसी कंपनी खरीद सकते हैं जिसका नाममात्र का अस्तित्व है और उन्हें काले धन को सफेद बनाने वाले कारोबारी से सौदा करने का भी अधिकार है, पर सवाल यह है कि क्या यह राहुल गांधी के लिए स्वीकार्य है।
गांधी द्वारा सीबीएसई प्रश्नपत्र के लीक होने के मामले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर ट्वीट किए जाने के बारे में एक सवाल के सीधे जवाब में कहा कि गांधी सिब्बल वाले मामले में भी ट्वीट कर सकते हैं।
ईरानी ने कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार के कार्यकाल में सिब्बल एवं उनकी पत्नी ने एक कंपनी ग्रांड कास्टीलो प्राइवेट लिमिटेड के शेयर खरीदे थे और एक ऐसे व्यक्ति से जमीन खरीदी थी जिसके विरुद्ध रिश्वत मामले में सीबीआई की जांच चल रही थी। उन्होंने कहा कि एक केन्द्रीय मंत्री इस प्रकार की पृष्ठभूमि वाले किसी व्यक्ति से कैसे सौदे कर सकता है।
उन्होंने एक भारतीय वेबसाइट एवं एक दक्षिण अफ्रीकी प्रकाशन की रिपोर्टों काे उद्धृत करते हुए कहा कि सिब्बल ने ऐसी किसी ज़मीन को खरीदने की बात से इन्कार किया था लेकिन उनके दावों को ऑडिटरों की रिपोर्ट से सही ठहराया था।