डोड्डाबल्लापुर (कर्नाटक)। भारतीय जनता पार्टी की फायरब्रांड नेता एवं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के ‘वॉर अगेंस्ट इंडियन स्टेट’ वाले बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि इसके लिए देश की जनता उन्हें (गांधी) धूल चटा देंगी।
तमिलनाडु में कांग्रेस के ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान कल संवाददाता सम्मेलन में राहुल गांधी के बयान पर ईरानी ने यह प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि जब हम विपक्ष में थे, हमने कभी भी ‘भारत माता की जय’ का नारा नहीं छोड़ा था और ‘भारत तेरे टुकड़े होंगे’ नारे पर एक शब्द भी नहीं कहा। येदियुरप्पा जी, मैं हैरान हूं। कल राहुल गांधी ने सार्वजनिक रूप से कहा कि वह पहले एक राजनीतिक दल से लड़ रहे थे, लेकिन अब वह भारतीय राज्य से लड़ रहे हैं।
ईरानी ने आगे कहा कि सत्ता आती है और जाती है। इंदिरा गांधी ने भी सत्ता खो दी, लेकिन उन्होंने राज्य के खिलाफ लड़ाई नहीं छेड़ी। मैं गांधी परिवार से पूछना चाहती हूं। आज आपके बेटे ने भारत के खिलाफ युद्ध की घोषणा की है। राहुल गांधी को बेहतर ढंग से सुन लेना चाहिए कि हर भारतीय की आखिरी सांस तक भारत नहीं टूटेगा और भारत के खिलाफ आपने जो जंग छेड़ी है, इसके लिए हम सब मिलकर आपको धूल चटा देंगे।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इससे यह भी पता चलता है कि गांधी परिवार सत्ता पाने के लिए राज्य के खिलाफ युद्ध छेड़ने के लिए किसी भी हद तक जा सकता है। उन्होंने कर्नाटक के लोगों से राहुल गांधी से उनकी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के बारे में यह पूछने की भी अपील की कि इसमें वे लोग भी शामिल हो रहे हैं, जिन्होंने ‘भारत तेरे टुकड़े होंगे’ के नारे लगाए थे।
उन्होंने सरदार पटेल की स्टैच्यू ऑफ यूनिटी और नई दिल्ली में कर्तव्यपथ पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा पर अनावरण को लेकर कांग्रेस की ‘चुप्पी’ के लिए भी जवाब मांगा। उन्होंने कहा कि मैं राहुल गांधी और उनकी कांग्रेस से पूछना चाहती हूं कि सरदार पटेल की स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को पूरी दुनिया ने सम्मानित और सलाम किया, लेकिन कांग्रेस ने न केवल सरदार पटेल का अपमान किया, बल्कि पार्टी के बैनर से उनकी तस्वीर भी हटा दी।
ईरानी ने कहा कि मैं राहुल गांधी से पूछना चाहती हूं। वह ‘भारत जोड़ो यात्रा’ (कन्याकुमारी से) शुरू करने से पहले स्वामी विवेकानंद को सम्मान देकर खुद को शर्मसार करने से बच सकते थे। उन्होंने ऐसा नहीं किया। मैं उनसे पूछना चाहती हूं कि कर्तव्यपथ पर नेताजी की प्रतिमा का अनावरण करने के बाद भी इस पर उनका एक भी संदेश नहीं आया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में नौसेना के झंडे पर गुलामी का चिह्न नहीं हटाया गया, लेकिन नरेंद्र मोदी जी ने इसे शिवाजी के चिह्न से बदल दिया।