दुबई। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की अल्पसंख्यकों लेकर नरेन्द्र मोदी सरकार पर की गई टिप्पणी को लेकर भारत के लोगों का सोशल मीडिया पर गुस्सा फूट पड़ा है।
‘गल्फ न्यूज’ के अनुसार पाकिस्तानी प्रधानमंत्री का एक वीडियो क्लीप शनिवार सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया गया जिसमें उन्होंने पंजाब सरकार की 100 दिन की कामयाबियों को गिनाने के लिए लाहौर में आयोजित एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि वह मोदी सरकार को दिखाएंगे कि अल्पसंख्यकों के साथ कैसा व्यवहार किया जाता है।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार इस बीच नसीरुद्दीन खान ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया करते हुए कहा है कि उन्हें अपने देश पर ध्यान केन्द्रित करना चाहिए।
शाह ने बुलंदशहर हिंसा का उल्लेख करते हुए कहा था कि आज देश में गाय की जान एक पुलिस इंस्पेक्टर की जान से ज्यादा महंगी है। उन्होंने कहा था कि उन्हें अपने बच्चों की सुरक्षा की फिक्र होती है क्योंकि उन्होंने अपने बच्चों को मजहबी तालीम नहीं दी है और उन्हें डर है कि कल अगर कोई भीड़ उनके बच्चों को घेरकर उनका धर्म पूछती है तो वे जवाब नहीं दे पाएंगे।
खान ने दावा किया कि पाकिस्तान में धार्मिक अल्पसंख्यकों को अधिकार को सुनिश्चित करने के लिए उनकी सरकार ने कई कदम उठाए हैं और यही पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना का भी सपना था।
उन्होंने कहा कि हमारे देश के संस्थापक ने बंटवारे के समय कहा था कि मुसलमानों के साथ बराबरी का बर्ताव नहीं किया जाएगा और आज उनकी बात सही हो रही है। हमारी सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि अल्पसंख्यक खुद को सुरक्षित महसूस करें और उन्हें समान अधिकार मिले। हमें मोदी सरकार को दिखाना है कि उनके देश में अल्पसंख्यकाें के साथ किस तरह का व्यवहार होता है और हमारे देश में उनके साथ कैसे पेश आया जाता है।
सोशल मीडिया पर पाकिस्तान में हाल में धार्मिक अल्पसंख्यकों के साथ हो रहे दुर्व्यवहार पर भी लोगाें ने टिप्पणी की।