रामनाथी (गोवा)। हिन्दू धर्म पर होनेवाले आघातों के विरुद्ध आवाज उठाना प्रत्येक का कर्तव्य है। काल के अनुसार हमारे पास जो साधन उपलब्ध हैं, उनका उपयोग कर हिन्दू राष्ट्र की संकल्पना लोगों के सामने रखनी चाहिए। आजकल न्यायालय, विश्वविद्यालय से लेकर प्रत्येक स्थान पर वामपंथी विचार के लोगों का प्रभुत्व है। वामपंथी विचार का विरोध कर हिन्दू राष्ट्र की विचारधारा का प्रचार करने के लिए ट्विटर, फेसबुक और वॉॅटस एप, जैसे सामाजिक माध्यमों का प्रभावी ढंग से उपयोग करना चाहिए।
अब हिन्दू सामाजिक माध्यमों द्वारा हिन्दू राष्ट्र के लिए लडने वाले वैचारिक योद्धा तैयार कर उनके माध्यम से संघर्ष आरंभ करें, ऐसा आवाहन देहली के सामाजिक माध्यमों से धर्मप्रचार करने वाली रितू राठौड किया। वे 2 जून को रामनाथ देवस्थान के विद्याधिराज सभागृह में ‘अष्टम अखिल भारतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन’ के पांचवें दिन 1-दिवसीय ‘सोशल मीडिया कॉन्क्लेव्ह’ के उद्घाटन अवसर पर बोल रही थीं। हिन्दू जनजागृति समिति के सोशल मीडिया संयोजक विश्वनाथ कुलकर्णी ने स्वागत एवं प्रस्तावना की। ‘सोशल मीडिया कॉन्क्लेव्ह’ के लिए भारत तथा बांग्लादेश से 250 से अधिक हिन्दुत्वनिष्ठ सम्मिलित हुए।
सामाजिक माध्यमों से मिली जानकारी की सत्यता जांचकर ही उसका प्रसार करें : रती हेगडे
जब अंग्रेज भारत में आएं, तब हिन्दुओं के सामने केवल सांताक्लॉज, ख्रिसमस ट्री, जैसे ईसाई प्रतीक रखे गए। इसलिए हमारी तीन पीढियों के सामने हिन्दुओं के आदर्श और प्रतीक नहीं आ सकें। इसलिए बच्चों को बचपन से ही हिन्दू संस्कृति, धर्म के विषय में पंचतंत्र, महाभारत जैसे साहित्य अवश्य पढाएं। सामाजिक माध्यमों में अनेक बार झूठी बातों का प्रचार किया जाता है, क्योंकि वास्तविक बातें प्रसारित करने पर विश्वसनीयता घट सकती है।
इसलिए सामाजिक माध्यमों से मिलने वाली जानकारी की सत्यता परखकर ही उसका प्रचार करें, ऐसा आवाहन मुंबई के ‘इंडस स्क्रोल डॉट कॉम’ की सहसंपादिका रती हेगडे ने किया। इस अवसर पर मुंबई की मीनाक्षी शरण ने कहा कि ईसाईयों एवं मुसलमानों ने हिन्दू संस्कृति पर आक्रमण किया, इसलिए सत्य इतिहास नष्ट हो गया। इसका प्रतिकार करने के लिए हिन्दुओं को भारतीय संस्कृति की सत्यता और ऐतिहासिक तथ्यों की जानकारी सामाजिक माध्यमों से लोगों के सामने लानी चाहिए।
इस अवसर पर पुणे के ‘ग्लोबल कश्मिरी पंडित डायसपोरा’ के रोहित काचरू ने विश्वस्तर पर कश्मिरी हिन्दुओं की समस्या प्रस्तुत करने के लिए किए प्रयत्न और मिली सफलता इस विषय पर तथा तेलंगाना राज्य के शिवसेना प्रमुख टीएन मुरारी ने ‘शबरीमला की धार्मिक परंपराओं को तोडने के षड्यंत्र के विरुद्ध किए गए आंदोलन’, के विषय में विचार व्यक्त किए। हिन्दू जनजागृति समिति के सोशल मीडिया विभाग के संयोजक प्रदीप वाडकर ने ‘हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से सामाजिक माध्यमों में चलाए जाने वाले अभियान और उसे मिली सफलता’ तथा हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता रमेश शिंदे ने हिन्दू राष्ट्र स्थापना का मूल विचार के विषय में मार्गदर्शन किया। अधिवेशन के समय चलाया गया #WeSupportPunalekar यह ट्विटर ट्रेंड देश में चौथे स्थान पर था। #SocialMediaForHinduRashtra यह ट्विटर ट्रेंड भी अधिवेशन के निमित्त चलाया गया।