औरैया। उत्तर प्रदेश में औरैया जिले की सदर कोतवाली में पुलिस हिरासत में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर की अचानक हालत बिगड़ गई। पुलिस ने परिजनों को सूचना देकर सैफई अस्पताल में भर्ती कराया जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
आधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को बताया कि दिबियापुर क्षेत्र के गांव हंसेपुरवा निवासी दिलीप कुमार का 28 वर्षीय बेटा राहुल नोएडा की एक कम्पनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर था। कोरोना लॉक डाउन में नौकरी जाने के बाद वह घर रह रहा था।
औरैया टेंपो स्टैंड पर टेंपो चालक से उक्त युवक का कोई विवाद हो गया जिसकी सूचना कोतवाली पुलिस को दी गई थी। पुलिस युवक को हिरासत में लेकर कोतवाली चली गई। शुक्रवार को कोतवाली में युवक ने जैसे ही पानी पिया वैसे ही अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई। जिसके बाद आनन-फानन में कोतवाली पुलिस ने 50 सैया अस्पताल औरैया में उपचार हेतु पहुंचाया था।
जहां पर युवक की गंभीर हालत को देखते हुए उसे मेडिकल यूनिवर्सिटी सैफई के लिए रेफर किया गया था। जहां से उपचार के लिए उसे सैंफई लाया गया था। सैंफई में उपचार के दौरान युवक मौत हो गई।
मृतक के छोटे भाई विकास ने बताया कि उसका भाई औरैया में किसी काम से आया था। किसी बात को लेकर के कोई विवाद हुआ तो पुलिस उसे थाने पर लेकर गई थी। जहां पर सुबह उसकी तबीयत बिगड़ गई थी। जिसके बाद हम परिवारी जनों को थाना पुलिस द्वारा सूचना दी गई थी।
जिस पर हम लोग सैफई मेडिकल कॉलेज आए। यहां बताया गया कि हमारे भाई की मौत हो चुकी है। इलाज करने वाले चिकित्सकों के अनुसार जहरीला पदार्थ खाने से युवक की मौत बताई जा रही है।