बीकानेर। राजस्थान में बीकानेर जिले के कांग्रेस विधायक गोविंद राम मेघवाल की जनप्रतिनिधि बेटी सरिता चौहान के नाम से जारी कथित अश्लील वीडियो को फर्जी बताते हुए 10 आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया गया है जिसकी जांच एसओजी करेगी।
एसएचओ राणीदान उज्जवल ने आज बताया कि पीडिता की ओर से जरिए डाक एसपी को रिपोर्ट भेजी गई है जिसके आधार पर मुकदमा दर्ज हुआ है। उन्होंने बताया कि एफआईआर जयपुर भेजी गई है, जहां एसओजी मामला दर्ज कर जांच शुरु करेगी।
पीडिता की ओर से पुलिस को दी गई रिपोर्ट में बताया गया है कि बढ़ते राजनीतिक रसूख के कारण उनके विरोधियों ने साइबर गिरोह से सांठगांठ की और बदनाम करने की नीयत से किसी महिला का अश्लील वीडियो और फोटो बनाकर वायरल कर दिया। इससे उसकी लज्जा भंग हुई और परिवार की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है।
रिपोर्ट में बीकानेर निवासी श्रीराम, सचिन गोदारा, शिवलाल, अनूपगढ़ निवासी कलवंत, विष्णु कुमार, अब्दुल मुस्तफा उर्फ गाणे खां, अमित कुमार सेतिया, जलालसर निवासी अबास शाह, सवाईंसर निवासी हंसराज एवं जयपुर के मुरलीपुरा निवासी राजेन्द्र कुमार पर वीडियो और फोटो वायरल करने का आरोप लगाया गया है।
उधर, राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री भंवरसिंह भाटी ने कहा कि खाजूवाला की पूर्व प्रधान एवं वर्तमान बीकानेर जिला परिषद सदस्य सरिता चौहान पर असामाजिक तत्वों द्वारा सोशल मीडिया पर किए गए व्यक्तिगत लांछन किसी भी भारतीय नारी की मर्यादा के खिलाफ हैं। स्थानीय प्रशासन को ऐसे लोगों के विरुद्ध शीघ्र कठोरतम कार्यवाही कर सजा देनी चाहिए ताकि ऐसे दुष्प्रयास भविष्य में नहीं दोहराए जाएं।
वहीं सरिता चैहान ने सोशियल मीडिया पर कहा कि ये मेरे खिलाफ राजनीतिक साजिश है। मेरे राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी मुझे बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। मैंने एफआईआर दर्ज करवा दी है।