कोटा। राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने कोटा के रामगंजमंडी नगर पालिका में अधिशाषी अधिकारी, उसके एक मित्र और नगर पालिका अध्यक्ष के पुत्र को रिश्वत लेने और रिश्वत की राशि जलाकर नष्ट करने के आरोप में आज गिरफ्तार किया।
ब्यूरो की रामगंजमंडी चौकी में पुलिस निरीक्षक वासुदेव सिंह ने आज बताया कि परिवादी अखिलेश गर्ग ने रामगंज चौकी में ब्यूरो को 16 जुलाई को शिकायत की कि उसकी पत्नी के नाम भूखंड पर मकान का निर्माण करने की मंजूरी देने की एवज में नगर पालिका अध्यक्ष के पुत्र सौरभ शर्मा नगर पालिका में अधिशाषी अधिकारी पंकज कुमार उससे चार लाख रुपए की रिश्वत मांग रहे हैं, जिसमें से वह डेड़ लाख रुपए नगर पालिका अध्यक्ष के पुत्र सौरभ शर्मा को दे चुका है।
रुपए प्राप्त करने के बाद उसे मंजूरी मिल गई और उसने मकान का निर्माण करवाना शुरु कर दिया। इसके बाद अधिशाषी अधिकारी पंकज कुमार ने उससे रिश्वत के शेष रुपए की मांग करते हुए उसके भूखंड पर लाल निशान लगाकर निर्माण रुकवा दिया।
उन्होंने बताया कि इस पर ब्यूरो ने 17 जुलाई को शिकायत का सत्यापन कराया तो उसमें रिश्वत मांगे जाने की पुष्टि हो गई। इस पर ब्यूरो ने जाल बिछाते हुए पूर्वान्ह करीब 11 बजे अखिलेश गर्ग को रिश्वत के एक लाख रुपए देकर पंकज के पास भेजा। गर्ग ने पंकज को रुपए देकर ब्यूरो के दल को इशारा कर दिया।
इसी दौरान पंकज को भनक लग गई और उसने अपने मित्र भवानी सिंह की मदद से रिश्वत के रुपए जलाकर नष्ट दिए। इस पर ब्यूरो ने पंकज कुमार और भवानी सिंह को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद सौरभ शर्मा को भी इस मामले में लिप्त पाए जाने पर गिरफ्तार कर लिया गया गया।