नयी दिल्ली । संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत का स्वागत करते हुये कहा है कि उन्हें इस बात की खुशी है कि छत्तीसगढ, मध्य प्रदेश और राजस्थान विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की नकारात्मक राजनीति पराजित हुई है।
श्रीमती गाँधी ने बुधवार को संसद भवन परिसर में पत्रकारों के सवालों के जवाब पर कहा “मैं निश्चित रूप से बहुत खुश हूँ कि कांग्रेस ने इन विधानसभा चुनावों में जीत हासिल कर भाजपा की नकारात्मक राजनीति को परास्त किया है।”
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी को अब लोगों की समस्याओं का समाधान कर उनकी सेवा करनी है और देश के विकास के लिए और प्रभावी ढंग से काम करना है।
तीनों राज्यों में अपनी पार्टी की जीत को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी ने मंगलवार को कार्यकर्ताओं की जीत बताते हुये प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदी के ‘कांग्रेस-मुक्त’ भारत के नारे का जारेदार जवाब दिया और कहा कि कांग्रेस जनहित के लिए काम करेगी और किसी के लिए भी ‘भारतमुक्त’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा।
गाँधी पिछले वर्ष 11 दिसम्बर को कांग्रेस अध्यक्ष चुने गये थे। पार्टी अध्यक्ष चुने जाने के बाद राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित कांग्रेस अधिवेशन में उन्हें विधिवत रूप से पार्टी की बागडोर सौंपी गयी। गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को भले ही जीत नहीं मिली, लेकिन भाजपा को कांग्रेस ने 100 सीटों से नीचे रोक दिया। गाँधी की राजनीति के लिए यह सकारात्मक साबित हुआ और उसके बाद उनके नेतृत्व में कांग्रेस में उत्साह का माहौल रहा। कर्नाटक में भले ही कांग्रेस दोबारा अपने दम पर सरकार नहीं बना सकी, लेकिन वहां उसने जनता दल (एस) के साथ गठबंधन कर सरकार बना दी।