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मां के हाथों थमी बच्चे की सांसें...उसे गोद में उठाकर घूमती रही - Sabguru News
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मां के हाथों थमी बच्चे की सांसें…उसे गोद में उठाकर घूमती रही

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मां के हाथों थमी बच्चे की सांसें…उसे गोद में उठाकर घूमती रही

पानीपत/सोनीपत। हरियाणा के सोनीपत में मंगलवार को एक महिला के हाथों से अनजाने में बेटे की सांसें थम गईं तो वो अंदर ही अंदर इतनी बुरी तरह हिल गई कि दो दिनों तक तो बोल भी नहीं सकी और बेसुध हुई मां अपने मृत बच्चे को गोद में उठाकर तीन दिनों तक रोती रही। महिला को डर था कि कहीं पति मारपीट न कर दे। पड़ोसी भी ताने मारते रहेंगे। मानसिक रूप से इतने तनाव में आ गई कि किसी को अपना नाम तक नहीं बता सकी।

सोनीपत के बड़ी क्षेत्र से आटो में बैठकर पानीपत आ गई। कई घंटे तक बच्चे को गोद में लेकर इधर-उधर भटकती रही। पुलिस ने उसे संभाला। दो दिन बाद वह अपना नाम और पता बता सकी।

रूनु बाला ने समालखा थाने के एएसआई सुखनपाल और बडी थाने के एसआई राजकुमार को बताया कि वह बड़ी गांव में ही किराये के घर में पति और साढ़े तीन माह के बेटे प्रत्यांशु के साथ रहती है। वह मूलरूप से ओडिशा की रहने वाली है।

गत 20 फरवरी की दोपहर बेटे की मालिश कर रही थी। बच्चे को बुखार था और उसे भी बुखार था। मालिश करते समय एकाएक बच्चे की सांसें रुक गई। उसने बच्चे के चेहरे पर पानी छिड़कते हुए होश में लाने का प्रयास किया, लेकिन वह मर चुका था। इससे वह सुधबुध खो बैठी। उसने घर से 100 रुपए लिए और मृत बेटे को कंबल में लपेटकर सड़क पर आ गई।

वहां से आटो में बैठकर पानीपत के गांव करहंस पहुंची। आटो वाले ने उससे 50 रुपए किराया लिया। वह वहां बेसहारा घूम रही थी कि उसकी हालत देखकर पुलिस उसे सरकारी अस्पताल ले गई। इसके बाद वन स्टाप सेंटर में पहुंचाया गया। वहां उसकी काउंसलिंग की गई।

समालखा थाना के एएसआई की इस केस में अहम भूमिका रही। उन्होंने महिला का फोटो, घटनाक्रम के साथ इंटरनेट मीडिया पर वायरल किया। बड़ी थाना पुलिस ने भी वायरल वीडियो को देखा। इसके बाद महिला के पति प्रभंजन बेहुरिया को लेकर पानीपत पहुंची।

रूनुबाला ने सिजेरियन आपरेशन से पुत्र को जन्म दिया था। इकलौते पुत्र की मौत के बाद डिप्रेशन में चली गई थी। उसे इतनी भी सुध नहीं थी कि बच्चे को एक बार किसी डाक्टर को दिखा ले। वन स्टाप सेंटर की प्रबंधिका ईशा की मानें तो 20 फरवरी की शाम से 21 फरवरी तक चुप्पी साधे रही। उसने खाना भी नहीं खाया। सोमवार यानी 22 फरवरी को उसने पानी मांगा।

ऐसा भी संभव है कि वह घर न लौटना चाहती हो, इस वजह से उसने एक दिन पहले अपना नाम मंजू और पति का नाम चिंटू बताया। सोनीपत पुलिस उसके पति को लेकर वन स्टाप सेंटर पहुंची तो उसने राेते हुए आपबीती सुना दी।

गांव बड़ी में किराये पर रहने वाले महिला के पति गांव जैनमरा, जिला जाजपुर, ओडिशा निवासी प्रभंजन बेहुरिया ने थाना बड़ी में सोमवार को शिकायत दी थी कि बड़ी गांव में किराये के मकान पर रहता है। गत 20 फरवरी को उसकी पत्नी रूनुबाला उसके साढ़े तीन महीने के बच्चे प्रत्यांशु को लेकर घर से चली गई है।

प्रभंजन ने बताया कि प्रत्यांशु उनका इकलौता बेटा था। बाद में पुलिस से सूचना मिली कि उसकी पत्नी मिल गई है लेकिन उसके बेटे की मौत हो चुकी है। तीन दिन से उसकी पत्नी के आंसू थम नहीं रहे हैं। बेटे की मौत के बाद वे दोनों सदमे में हैं।