जोहानसबर्ग। दक्षिण अफ्रीका के स्टार बल्लेबाज फाफ डू प्लेसिस ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। इस 36 वर्षीय खिलाड़ी ने दक्षिण अफ्रीका में कोरोना महामारी के बिगड़ते हालात के कारण ऑस्ट्रेलिया का दक्षिण अफ्रीका दौरा रद्द होने के कुछ दिनों बाद यह निर्णय लिया है।
डू प्लेसिस ने बुधवार को अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर अपने इस फैसले की पुष्टि की। उन्होंने कहा, मेरा दिल साफ है और एक नया अध्याय शुरू करने का यह सही समय है। अगर कोई मुझे 15 साल पहले कहता कि मैं दक्षिण अफ्रीका के लिए 69 टेस्ट मैच खेलूंगा और टीम की कप्तानी करूंगा, तो मुझे विश्वास नहीं होता। मैं अपने अब तक के टेस्ट करियर के लिए बहुत संतुष्ट हूं। मैंने अब क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप यानी टी-20 को अपनी प्राथमिकता बनाने का फैसला किया है। अगले दो वर्षाें में आईसीसी टी-20 विश्व कप होना हैं। इस कारण मेरा ध्यान इस प्रारूप की ओर जा रहा है और मैं दुनिया भर में जितना संभव हो सके उतना क्रिकेट खेलना चाहता हूं ताकि मैं सबसे अच्छा खिलाड़ी बन सकूं जो मैं संभवतः हो सकता हूं।
क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका (सीएसए) के क्रिकेट निदेशक ग्रीम स्मिथ ने डू प्लेसिस के संन्यास पर कहा कि फाफ ने दक्षिण अफ्रीका के लिए कई वर्षों से शानदार टेस्ट क्रिकेट खेला है और संन्यास के बाद इस प्रारूप में टीम को उनकी कमी हमेशा खलेगी। टीम के प्रति उनकी प्रतिबद्धता हमेशा निस्संदेह रही है और अपनी योजनाओं के बारे में क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका के साथ उनकी पारदर्शिता को हमेशा सराहा गया है। हम उनके फैसले का सम्मान करते हैं।
डू प्लेसिस ने 2012 में एडिलेड टेस्ट में चौथी पारी में मैच बचाने वाली शतकीय पारी के साथ दक्षिण अफ्रीका के लिए टेस्ट में पदार्पण किया था और टीम के लिए कुल 69 टेस्ट मैच खेले। डू प्लेसिस ने 2016 में अपने बचपन के सबसे अच्छे दोस्त एबी डिविलियर्स से टेस्ट कप्तानी संभाली और इंग्लैंड को घरेलू श्रृंखला में हराने के बाद गत जनवरी टेस्ट कप्तानी छोड़ने से पहले 36 मैचों में टीम का नेतृत्व किया।
डू प्लेसिस ने अपने टेस्ट करियर में 10 शतकों और 21 अर्धशतकों की मदद से 4163 रन बनाये।