जयपुर । वर्ष 2030 तक भारत और दक्षिण कोरिया के बीच द्विपक्षीय व्यापार को 50 बिलियन डाॅलर तक बढाने के मकसद के साथ दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जेई-इन ने अपनी हालिया भारत यात्रा के दौरान 11 समझौतों पर हस्ताक्षर किए। इसी सिलसिले में दक्षिण कोरिया के 12 प्रतिनिधियों और इंडियन चैम्बर आॅफ काॅमर्स इन कोरिया (आईसीसीके) के सदस्यों ने व्यापार से जुडी संभावनाओं की तलाश करने और देश में अधिक निवेश के लिए मार्ग प्रशस्त करने के उद्देश्य से आरयूजे एंड एसआरएम मैकेनिक्स प्राइवेट लिमिटेड, जयपुर का दौरा किया। प्रतिनिधिमंडल में आईसीसीके, सनबाइक इलेक्ट्रिक, डोंगबैंग एफटीएल, सोंगसन स्पेशल एलिवेटर्स, ट्रू ट्रेडिंग, की यांग प्रीसिशन आदि कंपनियों के सदस्य भी शामिल थे।
भावी व्यापार संभावनाओं के लिहाज से एक आकर्षक गंतव्य के रूप में आरएस इंडिया को प्रदर्शित करने के प्रयासों के साथ कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर श्री जयंत जोशी ने कहा की इस दौरे की मेजबानी करने में हमें खुशी का अनुभव हुआ है। प्रतिनिधिमंडल हमारे प्लांट से बहुत प्रभावित था और हमारा मानना है कि हमारी अत्याधुनिक मशीनरी और प्रीसिशन टूल्स मैन्यूफेक्चरिंग में हमारी विशेषज्ञता उनकी आवश्यकताओं को पूरा करेगी।
आईसीसीके के सेक्रेटरी जनरल श्री हर्बर्ट ली ने मेजबानी और प्रस्तुति के लिए आरएस इंडिया की टीम के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की और कहा की आरएस इंडिया प्लांट में प्रदर्शित स्विस प्रीसिशन और क्वालिटी से हम बहुत प्रभावित हुए हैं। हमने भारत में अब तक जिन केंद्रों का दौरा किया है, उनमें यह सबसे अच्छी सुविधाओं में से एक है और हम भविष्य में जल्द ही संयंत्र का दौरा करने की उम्मीद कर रहे हैं।
इस निवेश शिविर का आयोजन राजस्थान सरकार ने किया था। इस दौरान दक्षिण कोरियाई प्रतिनिधिमंडल ने महिंद्रा वल्र्ड सिटी जयपुर का दौरा भी किया। प्रतिनिधिमंडल के समक्ष प्रस्तुत कंपनियों की सूची में से उन्होंने आरएस इंडिया का दौरा करने में दिलचस्पी दिखाई।
इस दौरे की मेजबानी राजस्थान स्थित प्रीसिशन टूल्स मैन्यूफेक्चरिंग कंपनी- आरयूजे एंड एसआरएम मैकेनिक्स प्राइवेट लिमिटेड यानी आरएस इंडिया ने की। कंपनी की तरफ से प्रतिनिधियों का स्वागत किया गया और उन्हें अत्याधुनिक स्विस प्रीसिशन मैन्यूफेक्चरिंग प्लांट दिखाया गया, जहां उच्च गुणवत्ता वाली मशीनरी से लेकर प्रीसिशन टूलिंग का निर्माण होता है। प्लांट के दौरे में आरएस इंडिया के जनरल मैनेजर श्री हर्बर्ट रोसेनास्ट ने ज्ञानपूर्ण प्रजेंटेशन दिया और इस दौरान जीरो रिजेक्शन के साथ प्रीसिशन टूल्स के उत्पादन की आरएस इंडिया की क्षमता का प्रदर्शन भी किया गया। दौरे के समापन पर आरएस इंडिया के जनरल मैनेजर श्री हर्बर्ट रोसेनास्ट ने कंपनी की तरफ से प्रतिनिधिमंडल को स्मृति चिन्ह प्रदान किए।