नई दिल्ली। भारतीय मौसम विभाग ने बुधवार को कहा दक्षिण पश्चिम-मानसून सही दिशा में है और केरल में अनेक स्थानों पर बारिश शुरू हो गई है तथा अगले 24 घंटों में इसमें और इजाफा होगा।
मौसम संबंधी ताजा आंकड़ों के मुताबिक दक्षिण-पश्चिमी मानसून की उत्तरी सीमा 5°उत्तर/72°पूर्व, 6°उत्तर/75°पूर्व, 8°उत्तर/80°पूर्व, 12°उत्तर/85°पूर्व, 14°उत्तर/90°पूर्व और 17°उत्तर/94°पूर्व की तरफ है।
मौसम विभाग के अधिकारियों ने कहा कि निचले स्तर की दक्षिण-पश्चिमी हवाएं अरब सागर के ऊपर मजबूत हो गई हैं और ये काफी सघन रूप ले चुकी हैं जिसकी वजह से केरल तट और समीपवर्ती दक्षिण-पूर्वी अरब सागर में घने बादलों में इजाफा हो गया है।
अधिकारियों ने बताया कि उपरोक्त अनुकूल दशाएं अगले 24 घंटों में केरल के उपर बारिश संबंधी गतिविधियों में इजाफा करेंगी और इसी अवधि में केरल में मानसून पूरी तरह आने की संभावना है।
दक्षिण-पश्चिमी हवाओं के निचले स्तर पर सघन होने के कारण अगले पांच दिनों में पूर्वोत्तर राज्यों में व्यापक रूप से बारिश होने के आसार हैं, जबकि असम और मेघालय में दो से चार जून, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में दो, पांच और छह जून तथा अरुणाचल प्रदेश में चार से छह जून के दौरान कुछ स्थानों पर अतिवृष्टि हो सकती है। असम और मेघालय में पांच और छह जून के दौरान कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान है।
राष्ट्रीय मौसम ब्यूरो ने कहा कि मध्य और ऊपरी विक्षोभ मंडल में कम दवाब बनने से पश्चिमी विक्षोभ 80 डिग्री पूर्व से 25 डिग्री उत्तरी अक्षांश के साथ औसत समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर केन्द्रित है।
इसके प्रभाव के कारण अगले तीन दिनों के दौरान पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र और उत्तर-पश्चिम भारत के आसपास के मैदानी इलाकों में अलग-अलग स्थानों पर बारिश या गरज के साथ छींटे पड़ सकते हैं।
कर्नाटक-केरल तटों पर औसत समुद्री स्तर पर कम दबाव का क्षेत्र बनने और निम्न क्षेत्रों में पश्चिमी हवाओं के मजबूत होने से अगले तीन दिनों में दो से चार जून के बीच कुछ स्थानों पर तेज हवाएं, बारिश, बिजली गरजने तथा दक्षिण प्रायद्धीप में कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने के आसार हैं।