हैदराबाद। दक्षिण पश्चिम मानसून ने मौसम विभाग की एक जून अनुमानित तारीख से तीन पहले ही रविवार को केरल में दस्तक दे दी। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने रविवार को यह जानकारी दी।
मौसम विभाग ने बताया कि दक्षिण पश्चिम मानसून एक जून के मुकाबले तीन दिन पहले ही केरल में दस्तक दे चुका है। दक्षिण पश्चिम मानसून कृषि प्रधान देश भारत की जीवनरेखा माना जाता है।
इससे पहले मौसम विभाग ने अनुमान लगाया कि कि केरल में दक्षिण-पश्चिम मानसून की शुरुआत 27 मई को होगी, लेकिन मानसून की शुरुआत 29 मई को हुई। विभाग के अनुसार दक्षिण पश्चिम मानसून आम तौर पर लगभग सात दिनों के मानक विचलन के साथ एक जून को केरल में प्रवेश करता है। पिछले साल आईएमडी ने दक्षिण-पश्चिम मानसून के 31 मई को आने का अनुमान लगाया गया था लेकिन तीन जून को आया था।
इसी दौरान, हैदराबाद मौसम केंद्र से जारी एक बुलेटिन के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मानसून दक्षिण अरब सागर के शेष भागों में, लक्षद्वीप क्षेत्र, केरल के अधिकांश क्षेत्र, दक्षिण तमिलनाडु के कुछ भागों, मन्नार की खाड़ी के कुछ हिस्सों और दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के कुछ क्षेत्रों में आज दस्तक दे चुका है। बुलेटिन के मुताबिक दक्षिण-पश्चिम मानसून आईएमडी की अनुमानित तारीख एक जून से तीन दिन पहले रविवार को आ गया है।
बुलेटिन में बताया गया कि दक्षिण-पश्चिम मानसून पूर्वोत्तर बंगाल की खाड़ी और पूर्वोत्तर राज्यों के कुछ हिस्सों में, मध्य अरब सागर के कुछ हिस्सों, केरल के रीमिंग हिस्सों, तमिलनाडु के कुछ और हिस्सों, कर्नाटक के कुछ हिस्सों और दक्षिण और मध्य बंगाल की खाड़ी के कुछ और हिस्सों में अगले तीन-चार दिनों में पहुंचने के आसार हैं।