सबगुरु न्यूज- शिवगंज।राजनीति में शिक्षकों का आना आम है। लेकिन, राजनीति में आने के बाद शिक्षक बने रहने के लिए बौद्धिक परिश्रम करते हुए मौके के अनुसार अपने उदबोधन के विषयों का चयन करने का काम सीपी जोशी जैसे नेता ही कर सकते हैं।
शिवंगज में छात्रसंघ कार्यालय के उद्घटन में सबको ये लग रहा था कि एक राजनेता विधानसभा अध्यक्ष सी पी जोशी आये हैं। मंच पर चढ़ते हुए भी सबको उनमें राजनेता ही नजर आए लेकिन, उदबोधन देते हुए वो राजनेता नहीं बल्कि अपने छात्रों को राजनीति शास्त्र का मौलिक ज्ञान देने वाले गुरु ‘चाणक्य’ की भूमिका में नजर आए।
उनके उद्बोधन का हर शब्द सिर्फ छात्र राजनीति से मुख्य राजनीति में आने का सपना देखने वाले युवाओं के लिए ही नहीं बल्कि पंचायत, और निकाय स्तरीय प्रतिनिधियों के रूप जगह बना चुके नेताओं के लिए अनुकरणीय है।
राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष डॉ सी पी जोशी नेसंघवी पूरीबाई भूरमल जैन राजकीय स्नात्तकोत्तर महाविद्यालय में छात्र संघ कार्यालय के उद्घाटन समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए कहा कि बिना राजनैतिक विचारधारा के सत्ता में आना देशहित में नहीं है। यदि बिना विचारधारा के कोई सरकार होगी तो हमारा गर्वेनेंस कमजोर होगी। जो लोकतंत्र के हित में नहीं है। डॉ जोशी सोमवार को संघवी पूरीबाई भूरमल जैन राजकीय स्नात्तकोत्तर महाविद्यालय में छात्र संघ कार्यालय के उद्घाटन समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित क रहे थे।
इस अवसर पर आयोजित समारोह की अध्यक्षता मोहनलाल सुखाडिया विश्वविद्यालय के कुलपति आई वी त्रिवेदी ने की। विशिष्ठ अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री के सलाहकार विधायक संयम लोढ़ा, जिला कलक्टर डॉ भंवरलाल तथा पालिकाध्यक्ष वजींगराम घांची उपस्थित थे।
समारोह को संबोधित करते हुए विधानसभा अध्यक्ष डॉ जोशी ने कहा कि हमने देश में प्रजातंत्र को अपनाया है। लोकतंत्र में चुनाव होते है और चुनाव के बाद प्रजातंत्र मेंं काम कैसे होता है, उसका प्रशिक्षण मिलना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि प्रजातंत्र में हम वार्ड पंच, सरपंच, पंचायत समिति सदस्य, जिलापरिषद सदस्य, विधायक, सांसद आदि का चुनाव करते है। क्या हमने लोगों को इसके लिए शिक्षित किया है कि इनमें किसका कार्य क्या है। हमारे संविधान में इसे इंगित किया हुआ है कि कौनसे विषय पर राज्य और कौनसे पर केन्द्र कार्य करेगा। हमने लोगों को यह नहीं बताया है कि एक सांसद एक विधायक, परिषद या पंचायत सदस्य का कार्य क्या है, किस तरह से फंड आता है और किस तरह से पंचायत तक पहुंचता है।
डॉ जोशी ने कहा कि आज व्यक्तिगत लाभ के पात्र का चयन एक विधायक या सरपंच से ज्यादा बेहतर तरीके से एक वार्ड पंच कर सकता है, क्योंकि वह यह जानता है कि उसके वार्ड में किस व्यक्ति को व्यक्तिगत लाभ की आवश्यकता है। इसकी जानकारी होना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि छात्र संघ के चुनाव केवल चुनाव होकर कार्यालय खोलने तक ही सीमित नहीं रहे। बल्कि छात्र संघ कार्यालय की भूमिका के संबंध में भी छात्र संघ के पदाधिकारियों को चर्चा करनी चाहिए कि वे किस तरह से विद्यार्थियों की समस्याओं उनकी विभिन्न प्रकार की गतिविधियों को सरकार व प्रशासन के सामने रख सके।
उन्होंने कहा कि छात्र संघ कार्यालय के माध्यम से छात्र पदाधिकारी छात्रों की विभिन्न गतिविधियों का आयोजन कर एक आदर्श प्रस्तुत करें ताकि कार्यालय की सार्थकता सिद्ध हो सके। डॉ जोशी ने कहा कि कॉलेज व विश्वविद्यालय शिक्षा के साथ साथ विचारों के आदान प्रदान की जगह भी है। आने वाले समय में शिक्षा के क्षेत्र में जबरदस्त बदलाव हो रहा है आने वाले समय में पूरी गर्वनेंस आईटी बेस होगी। इसके लिए हमें अभी से तैयार होना होगा।
उन्होंने कहा कि दुनिया में सबसे युवा जनसंख्या वाला देश भारत ही है, आज मेन पॉवर केवल भारत के पास ही है, ऐसे में हमारे पास अवसर बहुत है। हमें इसका लाभ लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज देश में नौकरियां कम है और शिक्षित बेरोजगारों की संख्या बढती जा रही है। ऐसे में आवश्यकता स्किल एज्यूकेशन की अधिक हो गई है। यदि यहीं हालात रहे तो विषमताएं पैदा होगी। विषमताएं होगी तो लॉ एंड ऑर्डर की समस्या होगी। ऐसे में सरकारों के संसाधनों का खर्च लॉ एंड आर्डर पर होगा। जिससे गर्वनेंस प्रभावित होगी। इन विषयों पर चर्चा कौन करेगा।
उन्होंने कहा कि इन विषयों पर चर्चा करने का माध्यम जो कॉलेज में पढने वाले बच्चे है जिनको मताधिकार का अधिकार है उनको इस बारे में चर्चा करने व सोचने की जरुरत है। डॉ जोशी ने कहा कि एक महिने में एक बार ही सही पर इस पर चर्चा होनी जरुरी है। इस मौके पर उन्होंने छात्र संघ पदाधिकारियों को छात्र संघ कार्यालय के उद्घाटन की बधाई देते हुए उनके विचारों को व्यक्त करने के लिए मंच प्रदान करने के लिए विधायक संयम लोढ़ा का आभार प्रकट किया।
समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री के सलाहकार विधायक संयम लोढ़ा ने कहा कि छात्र संघ के पदाधिकारी सौभाग्यशाली है कि उन्हें विधानसभा अध्यक्ष के सामने अपना भाषण देने का मौका मिला। वरना हमें तो विधानसभा में भाषण देने के लिए दो तीन दिन तक इनके पीछे चक्कर काटने पड़ते है तब जाकर अनुमति मिलती है।
विधायक लोढ़ा ने कहा कि डॉ जोशी उच्च शिक्षा मंत्री थे उस समय शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव किए। वे पहले उच्च शिक्षा मंत्री थे जिन्होंने निजी क्षेत्र को उच्च शिक्षा में कार्य करने की अनुमति दी। ब्यावर से पिंडवाडा फोरलेन और जवाई से शिवगंज को पानी देने की योजना को उन्होंने ही मंजूरी दी थी। इस मौके पर उन्होंने विद्यार्थियों को भगवान श्रीकृष्ण के जीवन का वर्णन करते हुए उनसे प्रेरणा लेकर जीवन में आगे बढऩे की नसीहत भी दी।
समारोह को संबोधित करते हुए मोहनलाल सुखाडिया विश्वविद्यालय के कुलपति आई बी त्रिवेदी ने विधायक संयम लोढ़ा की मांग पर सिरोही जिले में कॉलेज विद्यार्थियों को लिए हेल्प सेंटर खोलने की स्वीकृति प्रदान की। गौरतलब है कि विधायक लोढ़ा ने अपने संबोधन के दौरान कुलपति से आग्रह किया था कि आसपास के दस कॉलेज के विद्यार्थियों को उनकी छोटी से छोटी समस्या के निराकरण के लिए उदयपुर जाना पड़ता है। जिससे उनको काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में सिरोही जिले में एक हेल्प सेंटर खोला जाए ताकि विद्यार्थियों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े। विधायक की मांग पर कुलपति ने अपनी सहमति प्रदान करते हुए इसकी स्वीकृति प्रदान की। जिसका विद्यार्थियों ने करतल ध्वनि से स्वागत किया। साथ ही उन्होंने छात्र संघ पदाधिकारियों की ओर से बताई गई समस्याओं का भी शीघ्र समाधान करने का भरोसा दिलाया। महाविद्यालय प्राचार्य डॉ एन एस देवडा एवं मुख्य परामर्शदाता डॉ रवि शर्मा ने भी महाविद्यालय एवं छात्र संघ का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। इस मौके पर डॉ जोशी ने छात्र संघ पदाधिकारियों सतीश माली, प्रकाश मीना, भावना कुमारी तथा धन्नाराम देवासी को उनके पद से संबंधित बेंज भी प्रदान किए।
इससे पूर्व विधानसभा अध्यक्ष डॉ जोशी एवं कुलपति आई वी त्रिवेदी के महाविद्यालय पहुंचने पर महाविद्यालय प्रशासन एवं छात्र संघ की ओर से उनका परंपरागत रूप से स्वागत किया गया। तत्पश्चात उन्होंने विधिवत रूप से छात्र संघ कार्यालय के शीलालेख का अनावरण कर तथा फीता काट उद्घाटन किया।
इस अवसर पर पूर्व यूआईटी अध्यक्ष हरीश चौधरी, सिरोही नगर परिषद के सभापति मनु मेवाडा, पूर्व जिला प्रमुख अन्नाराम बोराणा, प्रकाश प्रजापति, सरपंच संघ अध्यक्ष नारायणलाल रावल, महेन्द्र रावल, जनक बाडमेरा, महिला कांग्रेस अध्यक्ष हेमलता शर्मा, हरीश राठौड, भूपत देसाई, समाजसेवी जसवंत सिंह देवडा, वेराजेतपुरा सरपंच करणसिंह देवडा, महिला कांगेस अध्यक्ष नजमा सिलावट, नफीसा सिलावट, ममता चित्तारा,उषा देवासी, उषा अग्रवाल, कुशल देवडा, सुरेश सिंह राव, दीपक गर्ग, पार्षद जगवीर सिंह, हबीब शेख प्रकाश मीना, कस्तुर घांची,हितेश टाक, मदन माली सहित कई प्रबुद्धजन उपस्थित थे।