अजमेर। अजमेर शरीफ में राजस्थानी बंधेज से तैयार की गई विशेष चादर आखिरी मुगल ताजदार बहादुर शाह जफर की म्यांमार के यंगून स्थित मजार शरीफ पर पेश कर दी गई।
ख्वाजा साहब की प्रबंधन दरगाह कमेटी ने जिला कलेक्टर विश्व मोहन शर्मा के निर्देश पर यह चादर तैयार की थी और दूतावास को सौंपी थी। जफर की मजार पर इस चादर को भारतीय राजदूत सौरभ कुमार ने पेश की।
जफर के 157वें उर्स के मौके पर उर्स कमेटी के चेयरमैन के विशेष अनुरोध पर अजमेर में चादर तैयार कराई गई। इसे केसरिया रंग की बनारसी सिल्क पर राजस्थानी बंधेज के साथ मोतियों और गोटापत्ती से सजाया गया जिसे यंगून में सभी द्वारा पसंद किया गया। चादर पेश करने के बाद यंगून की ओर से ट्विटर अकाउंट पर इसे यंगून और भारतीय संस्कृति का संगम करार दिया गया।
उल्लेखनीय है कि गत वर्ष भी अजमेर में तैयार की गई चादर वहां पेश की गई थी और वहीं की मांग पर इस बार भी चादर अजमेर में तैयार कराई गई जिसे इसी पंद्रह नवंबर को कलेक्टर व दरगाह नाजिम के माध्यम से वहां पेश करने के लिए दूतावास को सौंपा गया था।