आज एक ऐसे अभिनेता का जन्मदिन है जिसका दर्शक ही नहीं बल्कि बॉलीवुड भी कायल है। इस अभिनेता ने जिस प्रकार एक्टिंग को परिभाषित किया और हर फिल्मों में किए नए प्रयोग ही इनको शिखर पर ले गए। इनकी फिल्म ‘सदमा’ का क्लाइमेक्स’ हिंदी सिनेमा में ‘यूनिक’ बना हुआ है, दर्शक आज भी इस फिल्म के आखिरी सीन को नहीं भूल पाए हैं। हम आज बात कर रहे हैं तमिल और हिंदी सिनेमा के सुपरस्टार कमल हासन की जिनका आज जन्मदिन है। कमल हासन का जन्म 7 नवंबर 1954 में तमिलनाडु के परमकुडी में हुआ था। आज अपना 65वां जन्मदिन मना रहे कमल हासन की अभिनेता से नेता बनने की कहानी कुछ इस प्रकार रही।
कमल को सफलता पाने के लिए कड़े संघर्ष से गुजरना पड़ा था
जानेमाने अभिनेता कमल हासन ने अपने दमदार अभिनय से भारतीय सिनेमा में कई यादगार फिल्में की हैं। उन्होंने अपने विभिन्न किरदारों को ऐसे पर्दे पर उकेरा कि दर्शक उनकी अदाकारी के कायल हो गए। कमल हासन को अपनी इस सफलता की कहानी को साकार करने में कई संघर्ष से होकर गुजरना पड़ा। उन्हें फिल्म निर्देशकों ने यहां तक कह दिया था कि उनमें अभिनय क्षमता नहीं है। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और खुद को एक सफल कलाकार के रूप में स्थापित किया।
कमल हासन के पिता चाहते थे उनके तीनों बच्चों में से कोई एक अभिनय के क्षेत्र में उतरे। उन्होंने कमल हासन को अभिनेता बनाने का निश्चय किया। कमल ने वर्ष 1960 में ए.भीम सिंह के निर्देशन में बनी फिल्म ‘कलाथुर कनम्मा’ में एक बाल कलाकार के रूप में अभिनय किया। इस फिल्म में उन्होंने अपने दमदार अभिनय का परिचय दिया और अपनी पहली ही फिल्म के लिए उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस फिल्म के बाद उन्होंने कई और फिल्मों में एक बाल कलाकार के रूप में अभिनय किया और फिर नौ सालों तक अभिनय के क्षेत्र से दूर रहे।
तमिल फिल्म ‘अपूर्वा रंगानगल’ की सफलता से शिखर पर चढ़ते चले गए
वर्ष 1973 में वापसी करते हुए कमल हासन ने फिर एक बार सहायक कलाकार के रूप में कई फिल्मों में काम किया।वर्ष 1975 में आई फिल्म ‘अपूर्वा रंगानगल’ वे बतौर मुख्य अभिनेता के रूप में नजर आए। यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर हिट साबित हुई ।वर्ष 1981 में उन्होंने निर्माता एलबी. प्रसाद की फिल्म ‘एक दूजे के लिए’ से हिंदी सिनेमा में पर्दापण किया ।वर्ष 1982 में उनकी सुपरहिट तमिल फिल्म ‘मुंदरम पिरई’ रिलीज हुई। इस फिल्म के लिए वे सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किए गए। यहीं फिल्म का हिंदी रीमेक वर्ष 1983 में ‘सदमा’ नाम से रिलीज हुई ।इसके बाद उन्होंने वर्ष 1985 में फिल्म ‘सागर’ में काम किया। इस फिल्म में ऋषि कपूर और डिंपल कपाडिया भी मुख्य भूमिका में थे। यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास कमाल नहीं कर पाई लेकिन दर्शकों ने कमल हासन की एक्टिंग को खासा पसंद किया गया। इस फिल्म के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के फिल्म फेयर पुरस्कार से सम्मानित किया गया। वर्ष 1985 में उनकी एक और हिट फिल्म ‘गिरफ्तार’ रिलीज हुई। इस फिल्म में महानायक अमिताभ बच्चन भी मुख्य भूमिका में थे ।वर्ष 1987 में उनकी मूक फिल्म ‘पुष्पक’ में काम किया। इस फिल्म में उन्होंने अपने अभिनय से दर्शकों को अचंभित कर दिया।
प्रशंसकों को कमल हासन की फिल्म के रिलीज होने का इंतजार रहने लगा
वर्ष 1987 में उन्होंने मणिरत्नम की फिल्म ‘नायकन’ में काम किया। इस फिल्म में उनके अभिनय ने एक बार फिर दर्शकों को अपनी एक्टिंग से हैरान कर दिया। इस फिल्म के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के राष्ट्रीय पुरस्कार से भी नवाजा गया। इसके बाद वर्ष 1990 में आई फिल्म ‘अप्पू राजा’ में बौने का किरदार निभाकर फिर से दर्शकों के करीब गए। वर्ष 1996 में एस. शंकर के निर्देशन में बनी फिल्म ‘इंडियन’ में उन्होंने अपने दोहरे किरदार से एक बार फिर दर्शकों को दीवाना बनाया ।इस फिल्म के लिए तीसरी बार कमल हासन को फिर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय पुरस्कार मिला।
50 साल के कैरियर में कमल हासन ने 200 से अधिक फिल्मों में काम किया
अपने पांच दशक के लंबे करियर में कमल हासन ने लगभग 200 से ज्यादा फिल्मों में काम किया। उन्होंने हिंदी के अलावा तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और मलयालम फिल्मों में काम किया। उन्होंने कई हिंदी फिल्मों का निर्देशन भी किया है। वर्ष 2008 में उन्होंने फिल्म ‘दशावतारम’ में दस अलग-अलग किरदार नि भाकर दर्शकों को हैरान कर दिया। वर्ष 2012 में रिलीज हुई फिल्म ‘विश्वरूपम’ ने बॉक्स ऑफिस पर धमाकेदार कमाई करते हुए 250 करोड़ रुपये की कमाई की।
कमल का पारिवारिक जीवन काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा
कमल हासन अभिनेत्री श्रीविद्या के साथ काफी समय तक लीव इन रिलेशनशिप में रहे। उसके बाद 24 साल की उम्र में कमल हासन ने नर्तकी वाणी गणपति से शादी कर ली। दस साल तक इन दोनों का रिलेशन चला, मगर फिर बाद में यह रिश्ता टूट गया। फिर बाद में कमल हासन ने सारिका से वर्ष 1988 में शादी कर ली, जिनसे दो बेटियां हैं एक श्रुति हासन और दूसरी अक्षरा हासन। कुछ समय बाद सारिका ने 2002 में कमल हासन से खुद को बच्चों से अलग करते हुए रिश्ता तोड़ लिया।
कमल हासन ने राजनीति में कदम रखते हुए बनाई अपनी पार्टी
अभिनेता कमल हासन ने पिछले वर्ष 2018 में सियासी पारी खेलते हुए अपनी नई पार्टी बना ली है। अब वह राजनीति में भी दो-दो हाथ करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने अपनी पार्टी का नाम ‘मक्कल नीधि मय्यम रखा’ है। तमिलनाडु में राजनीतिक पार्टी बनाकर कमल हासन ने डीएमके और एआईएडीएमके की राजनीति को खतरे में डाल दिया है।
लोकसभा चुनाव के दौरान दिया था विवादित बयान
इस वर्ष के लोकसभा चुनाव के दौरान तमिलनाडु में चुनावी रैली में अभिनेता से नेता बने कमल हासन ने महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को लेकर बयान दिया था। इसका बाद में देशभर में बहुत विरोध हुआ था। कमल ने कहा था देश में पहला आतंकवादी हिंदू था। अभिनेता के इस बयान के बाद देश में कई हिंदू संगठन भड़क उठे थे उन्होंने इस बयान की तीव्र निंदा भी की थी। अभी कुछ दिनों पहले ही गृहमंत्री अमित शाह के हिंदी काे राष्ट्रीय भाषा को लेकर भी कमल हासन ने भाजपा सरकार की तीव्र आलोचना की थी।
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार