बॉलीवुड। साउथ और हिंदी सिनेमा के जाने-माने डायरेक्टर प्रियदर्शन ऐसे फिल्मकार है जिन्होंने कई भाषाओं की फिल्मों को निर्देशित किया है। उनके निर्देशित की गई सभी फिल्मों ने दर्शकों को खूब हंसाया है। भारतीय सिनेमा के चोटी के निर्माता और निर्देशकों में से एक प्रियदर्शन को हिंदी सिनेप्रेमियों को तबियत से गुदगुदाने के लिए जाना जाता है। प्रियदर्शन के करियर की शुरुआत मलयालम फिल्मों के निर्देशन से हुई है। बाद में इन्होंने अपनी मलयालम फिल्मों को हिंदी में ज्यों का त्यों परोसकर हिंदी सिनेमा में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है।
सबसे ज्यादा फिल्में निर्देशित करने और हिट फिल्म देने में प्रियदर्शन का नाम डेविड धवन के बाद दूसरे नंबर पर आता है। इन्हें भारतीय फिल्मों को बेहतर रंग और बेहतरीन आवाज की गुणवत्ता प्रदान करने के लिए भी जाना जाता है। लगभग चार दशक लंबे करियर में प्रियदर्शन ने भारत की चार प्रमुख भाषाओं में 95 से ज्यादा फिल्में निर्देशित की हैं। आज प्रियदर्शन का जन्मदिन है आइए बात करते हैं उनके फिल्मी सफर के बारे में।
30 जनवरी 1957 को प्रियदर्शन का केरल में हुआ था जन्म
निर्देशक प्रियदर्शन का जन्म 30 जनवरी 1957 को केरल के तिरुवनंतपुरम में हुआ था। प्रियदर्शन ने अपनी सरकारी विद्यालय, तिरुअनंतपुरम में शिक्षा प्राप्त की और दर्शन शास्त्र में मास्टर ऑफ आर्ट्स प्राप्त किया। उनके पिता कॉलेज लाइब्रेरियन थे, इसने प्रियदर्शन को किताबों में रुचि विकसित करने में मदद की। कॉलेज में अपने अध्ययन के दौरान उन्होंने अखिल भारतीय रेडियो के लिए लघु नाटक और स्कीट लेखन शुरू किया था। वह निर्देशक पी. वेणु की फिल्मों से प्रभावित थे।
प्रियदर्शन ने 1980 में की फिल्मी करियर की शुरुआत
प्रियदर्शन ने वर्ष 1980 में अपने फिल्मी करियर की शुरुआत मलयालम सिनेमा से की। वे मलयाला सिनेमा में 1990 तक सक्रिय रहे। इस दौरान उन्होंने कई मलयालम फिल्में सुपरहिट दी। प्रियदर्शन एक भारतीय फिल्म निर्देशक, निर्माता और पटकथा लेखक हैं । तीन दशक से ज्यादा के करियर में, उन्होंने विभिन्न भारतीय भाषाओं में 90 से अधिक फिल्मों का निर्देशन किया है। प्रियदर्शन ने कई विज्ञापन फिल्में भी निर्देशित की हैं। उनका सबसे लोकप्रिय विज्ञापन कोका-कोला, अमेरिकन एक्सप्रेस, नोकिया, पार्कर पेन, एशियन पेंट्स आदि हैं।
कई हिंदी फिल्में भी सुपरहिट बनाई
1995 में निर्देशक प्रियदर्शन ने बॉलीवुड में दस्तक दी। प्रियदर्शन ने बॉलीवुड में मुस्कुराहट के साथ अपनी पहली फिल्म बनाई। उन्होंने अकेले अकेले हिंदी में 26 फिल्में बनाई हैं। प्रियदर्शन को सर्वश्रेष्ठ अपनी कॉमेडी फिल्मों के लिए जाना जाता है, उन्होंने कुछ एक्शन और थ्रिलर फिल्मों के साथ भी प्रयोग किया है। उनको मलयालम फिल्मों से कहानियों को बॉलीवुड में अपने स्वयं के काम के साथ-साथ अन्य फिल्मों के अनुकूल बनाने के लिए भी जाना जाता है।
विरासत, हेराफेरी, हंगामा, हल्कुल, गरम मसाला, भागमभाग, चुप चुपके, ढोल, भूलभुलैया, दे दना दन, मालामाल वीकली, खट्टा-मीठा शामिल हैं। यह फिल्में प्रियदर्शन की सुपरहिट रही और दर्शकों को खूब हंसाया। हिंदी में उनके कई सहयोगियों में तब्बू, परेश रावल, अक्षय कुमार, अक्षय खन्ना और सुनील शेट्टी शामिल हैं।
निर्देशक प्रियदर्शन को कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया
2007 में उनकी तमिल फिल्म, कांचीवरम ने सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीता। 2012 में, भारत सरकार ने कला के प्रति उनके योगदान के लिए भारत के चौथे उच्चतम नागरिक पुरस्कार पद्मश्री के साथ उन्हें सम्मानित किया। प्रियदर्शन ने अभिनेत्री लिसी के साथ 1990 में शादी की। प्रियदर्शन की सबसे खास बात यह रही कि उन्होंने अधिकांश मलयाला की फिल्मों को ही हिंदी में रिमेक बनाया है। उन्हें साउथ और हिंदी फिल्मों का कॉमेडी किंग भी कहा जाता है। प्रियदर्शन आज भी फिल्मों में सक्रिय हैं।
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार