पुणे। आध्यात्मिक गुरु दादा जे पी वासवानी का 99 वर्ष की उम्र में बीती रात वृद्धावस्था संबंधी बीमारियों के कारण निधन हो गया। वासवानी पुणे के एक गैर सरकारी संस्था ‘साधु वासवानी मिशन’ के प्रमुख एवं आध्यात्मिक गुरु थे। वासवानी का जन्म पाकिस्तान के हैदराबाद शहर में दो अगस्त 1918 को हुआ था। यह संस्था सामाजिक कार्य करती है।
मिशन के सदस्यों के अनुसार वासवानी अगले माह 100 वर्ष के होने वाले थे। उनके शतायु होने की खुशी में एक भव्य कार्यक्रम के आयोजन की तैयारी भी चल रही थी लेकिन लंबी उम्र की बीमारियों के कारण उन्हें अस्पताल में कुछ दिन पहले भर्ती कराया गया था और बुधवार को ही उन्हें अस्पताल से छुट्टी दी गई थी। वासवानी को मिशन में रखा गया था जहां आधी रात के बाद उनका देहावसान हो गया।
पिछले वर्ष वासवानी के 99वें जन्मदिन पर आयोजित समारोह को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो लिंक के जरिए संबोधित किया था। इस साल मई में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी उनके मिशन पहुंचे थे।
दादा जेपी वासवानी ने शाकाहार और पशु अधिकारों को बढ़ावा देने के लिए काफी काम किया था। उन्होंने 150 किताबें भी लिखी थीं। वासवानी ‘साधु वासवानी मिशन’ के प्रमुख थे, जिसे उनके गुरु साधु टीएल वासवानी ने शुरू किया था। आध्यात्मिक गुरु के रूप में दादा वासवानी को दुनियाभर में ख्याति प्राप्त थी।