इंदौर। जानकारी के अनुसार भय्यू महाराज ने मंगलवार दोपहर को इंदौर के सिल्वर स्प्रिंग स्थित अपने बंगले पर खुद को गोली मार ली। भय्यू महाराज को उनके नजदीकी निजी अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
कब कैसे:- एक अप्रत्याशित घटनाक्रम के तहत हाई प्रोफाइल राष्ट्रीय संत भय्यू महाराज ने खुद को गोली मारकर सुसाइड कर ली। सुसाइड करने के पीछे पारिवारिक कलह वजह बताई जा रही है। उन्होंने उसी कैंपस में खुदकुशी की, जहां एक साल पहले उन्होंने अपनी दूसरी पत्नी से शादी रचाई थी।
जानकारी के अनुसार भय्यू महाराज ने मंगलवार दोपहर को इंदौर के सिल्वर स्प्रिंग स्थित अपने बंगले पर खुद को गोली मार ली। भय्यू महाराज को उनके नजदीकी निजी अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
भोपाल में कानून एवं व्यवस्था के पुलिस महानिरीक्षक मकरंद देउस्कर ने भय्यू महाराज द्वारा आत्महत्या करने की पुष्टि की है। उन्होंने यहां पत्रकारों को बताया कि मौके से सुसाइड नोट और पिस्टल जब्त कर ली गई है। उन्होंने लाइसेंसी पिस्टल से गोली मारी है। घटना के सभी पहलुओं की जांच की जाएगी और परिवार के सदस्यों से भी पूछताछ की जाएगी।
इंदौर के पुलिस उप महानिरीक्षक हरिनारायण चारी मिश्रा ने भी घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि भय्यू महाराज ने सिल्वर स्प्रिंग स्थित अपने निवास पर खुद को गोली मारी। उन्होंने अपनी दाईं कनपटी पर गोली चलाई। उनका शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
मिश्रा ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह पारिवारिक विवाद का मामला लग रहा है। परिजन से पूछताछ के बाद इस मामले में आगे कार्रवाई की जाएगी। सुसाइड नोट में भय्यू महाराज ने तनाव में होने की बात लिखी है।
पारिवारिक सूत्रों के अनुसार भय्यू महाराज का पार्थिव शरीर कल सुबह नौ से दोपहर 12 बजे तक दीनदयाल उपाध्याय चौराहा स्थित उनके आश्रम ‘सूर्योदय’ में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। दोपहर एक बजे सयाजी मुक्ति धाम में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
भय्यू महाराज पिछले साल 30 अप्रेल को सिल्वर स्प्रिंग क्लब हाउस में दूसरी बार विवाह के बंधन में बंधे थे। बेहद निजी समारोह में पारिवारिक सदस्यों की मौजूदगी में वे डॉ. आयुषी शर्मा के साथ दोबारा विवाह सूत्र में बंध गए थे।
पत्नी माधवी के निधन के बाद आश्रम में ही रहने वाली डॉ. आयुषी के साथ उन्होंने इंदौर के सिल्वर स्प्रिंग क्लब हाउस में सात फेरे लिए थे। अब इसी कैंपस में बने बंगले में उन्होंने खुदकुशी कर ली।
कौन थे भय्यू महाराज
शुजालपुर के एक किसान परिवार में जन्मे भय्यूजी महाराज का असली नाम उदयसिंह देखमुख था। इंदौर में बापट चौराहे पर उनका आश्रम है जहां से वे अपने ट्रस्ट के सामाजिक कार्यों का संचालन करते थे।
भय्यू महाराज की पहली पत्नी का नाम माधवी था जिनका निधन हो चुका है। माधवी से उनकी एक बेटी कुहू है जो फिलहाल पुणे में पढ़ाई कर रही है। भय्यू महाराज नाम तब चर्चा में आया था, जब भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के दौरान भूख हड़ताल पर बैठे अन्ना हजारे को मनाने के लिए यूपीए सरकार ने उनसे संपर्क किया था।
पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल, पीएम नरेंद्र मोदी, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री विलासराव देखमुख, शरद पवार, लता मंगेशकर, उद्धव ठाकरे, राज ठाकरे, आशा भोंसले, अनुराधा पौंडवाल, फिल्म एक्टर मिलिंद गुणाजी जैसी हस्तियां उनके आश्रम आ चुके हैं।