श्रीगंगानगर। राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में मनोकामनाएं पूरी होने का झांसा देकर गहने एवं नकदी हड़प लेने के मामले में करीब दो वर्ष से फरार ढोंगी बाबा को आखिरकार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस के अनुसार गिरफ्तार ढोंगी बाबा से ऐसी कई वारदातों का खुलासा होने की संभावना है। श्रीगंगानगर जिले में केसरीसिंहपुर और पदमपुर थानों की पुलिस को इस ढोंगी बाबा की तलाश थी। पंजाब के फिरोजपुर शहर में रेलवे लाइन के पास झुग्गी झोपड़ी में रहने वाला यह ढोंगी बाबा रवि बाल्मीकि है।
पदमपुर थाना प्रभारी विक्रम तिवारी ने आज बताया कि रवि बाल्मीकि थाने के दस सर्वाधिक वांछित अपराधियों में शामिल है। इसके खिलाफ गत जनवरी में स्थाई वारंट जारी हुए थे। इसके अलावा रवि बाल्मीकि के केसरीसिंहपुर पुलिस का भी वांछित है।
सूरतगढ़ इलाके में भी उसने गहने एवं नकदी की एक वारदात कबूल की है। पुलिस के अनुसार वर्ष 2017 में पदमपुर कस्बे में सेवानिवृत्त अध्यापक बलकारसिंह निवासी चक सात एनएन दवा लेने के लिए आया हुआ था। इस दौरान साधु बने एक व्यक्ति ने उसे किसी आश्रम का पता पूछा।
आश्रम का पता पूछने के बहाने साधु ने और उसके साथ ढोंगी बाबा बने हुए रवि बाल्मीकि एवं एक युवती ने बलकारसिंह को अपनी बातों में उलझा लिया। उसकी सारी मनोकामनाएं पूरी होने का झांसा देते हुए पहनी हुई सोने की अंगूठी और एक कड़ा उतरवा लिया। दक्षिणा के रुप में सौ रूपए भी ले लिए। इसके बाद यह तीनों चंपत हो गए।
साधु बने हुए अशोक कुमार निवासी पदमपुर को कुछ दिनों बाद ही पकड़ लिया था, लेकिन रवि फरार चल रहा था। उसके साथ जिस युवती ने इस वारदात को अंजाम दिया, उसकी पहचान बिंदू के रूप में हुई है, जो कि पंजाब में तरनतारन जिले की निवासी बताई जा रही है। पुलिस अब बिंदू की तलाश करने में जुट गई है। गिरफ्तार रवि को अदालत पेश किया गया जहां उसे दो दिन पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।