श्रीगंगानगर | राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में जैतसर थाना क्षेत्र के गांव रघुनाथपुरा में कर्जमाफी एवं मुआवजे की मांग को लेकर ग्रामीणों का श्मशान भूमि पर किसान के शव के साथ धरना आज दूसरे दिन भी जारी रहा।
ग्रामीण मृतक किसान नेतराम नाथ (40) के शव के साथ श्मशान की कल्याण भूमि में धरना दिए हुए हैं। बड़ी संख्या में ग्रामीण और किसान नेता मौजूद हैं। तनाव की स्थिति के मद्देनजर सुरक्षा बल की तैनाती भी की हुई है। प्रशासन और पुलिस के अधिकारी भी मौजूद हैं, लेकिन जिला मुख्यालय से कोई बड़ा अधिकारी गांव वालों से बातचीत करने के लिए नहीं पहुंचा है।
रघुनाथपुरा निवासी नेतराम नाचने चार लाख का बैंक का कर्जा नहीं चुका पाने के मानसिक तनाव के चलते बुधवार की रात को अपने खेत में कीटनाशक का सेवन कर आत्महत्या कर ली थी। गुरुवार दोपहर को पोस्टमार्टम के बाद शव अंतिम संस्कार के लिए गांव में लाए जाने के बाद अंतिम संस्कार के लिए कल्याण भूमि ले जाया गया, तभी गांव वालों ने उसका अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया। ग्रामीणों की मांग है कि नेतराम द्वारा लिया हुआ चार लाख का कर्ज माफ करने के साथ उसके परिवार वालों को बीस लाख का मुआवजा भी दिया जाए। ग्रामीणों के साथ अखिल भारतीय किसान सभा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य शोपतराम मेघवाल, किसान नेता रविंद्र तरखान, पंचायत समिति के पूर्व प्रधान साहबराम पूनिया, टिब्बा क्षेत्र विकास संघर्ष समिति के संयोजक राकेश बिश्नोई, गोपाल मेघवाल आदि किसान नेता भी मौजूद हैं।
आज सुबह सूरतगढ़ के एसडीएम, रायसिंहनगर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, सूरतगढ़ और अनूपगढ़ के पुलिस उप अधीक्षकों ने ग्राम वालों से बातचीत करते हुए आश्वस्त किया कि वह सरकार से हरसंभव सहायता दिलाने की कार्रवाई करेंगे, लेकिन गांव वालों ने कहा कि सिर्फ आश्वासन से काम नहीं चलेगा। उन्हें लिखित में वादा करना होगा कि चार लाख का कर्ज माफ किया जाएगा और बीस लाख का मुआवजा दिया जाएगा, तभी अंतिम संस्कार किया जाएगा।