श्रीगंगानगर। राजस्थान के सीमांत श्रीगंगानगर जिले में मटीली राठान थाना क्षेत्र में एक युवती ने दो लोगों के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया है।
वैश्विक महामारी कोरोना में लॉकडाउन से पहले गत 11 मार्च को श्रीगंगानगर बस अड्डे से गायब हुई यह युवती वापस गांव लौटने पर सोमवार को दो आरोपियों के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया है। युवती का आरोप है कि गांव के एक युवक ने अपने बहनोई के सहयोग से उसका अपहरण कर लिया। लगभग तीन महीने बंधक बनाए रखा और उसके साथ दुष्कर्म किया।
पुलिस के अनुसार थाना क्षेत्र के एक गांव की 23 वर्षीय यह युवती गत 11 मार्च को पंजाब में अपने एक रिश्तेदार के यहां विवाह समारोह में शिरकत कर लौटी थी। श्रीगंगानगर बस अड्डे पर वह अपने गांव जाने के लिए बस का इंतजार कर रही थी। इस दौरान वह अपने बच्चे सहित गायब हो गई।
इस संबंध में गत मई में युवती के परिजन ने उसके गुम हो जाने की रिपोर्ट भी दर्ज कराई। युवती 15 दिन पहले खुद ही गांव वापस आ गई। लॉकडाउन के मद्देनजर उसे 14 दिन घर में क्वारंटाइन किया गया। सोमवार को क्वारंटाइन की अवधि पूरी होते ही देर शाम थाने में आकर उसने गांव के ही युवक अर्शदीपसिंह मेहरा और उसके बहनोई गगनदीप के विरुद्ध मामला दर्ज कराया।
युवती ने बताया कि गत फरवरी में एक दिन वह दोपहर को खेत में काम करने के लिए गई थी। तब अकेले पाकर अर्शदीपसिंह ने जबरदस्ती दुष्कर्म किया। बाद में वह उसके पुत्र को मार देने की धमकी देकर दुष्कर्म का शिकार बनाता रहा। वह 11 मार्च को रिश्तेदारों के शादी में जाकर वापस आई तब श्रीगंगानगर बस अड्डे पर अर्शदीप और उसका बहनोई गगनदीप मिल गए। दोनों ने डराया धमकाया।
अर्शदीप बच्चे को मार देने की धमकी देकर उसे अलवर ले गया। वहां एक कमरे में लगभग तीन महीने रखा। लगातार उससे जबरदस्ती दुष्कर्म करता रहा। लॉकडाउन खुलने पर उसे अलवर से भाग कर आने का मौका मिल गया। पुलिस ने बताया कि अर्शदीप और गगनदीप पर धारा 363, 376 और 34 में मुकदमा दर्ज किया गया है। पीड़ित युवती का आज मेडिकल चेकअप कराया गया।