कोलंबो। श्रीलंका की एक अदालत ने मुसलमानों के खिलाफ हिंसा भड़काने के आरोपी बौद्ध भिक्षु को अवमानना के एक मामले में छह साल के कारावास की सजा सुनाई है।
अदालत ने गलागोडा एथ्थे गननसारा नामक बौद्ध भिक्षु को बुधवार को न्यायालय की अवमानना का दोषी करार देते हुए यह सजा सुनाई। इससे कुछ माह पहले बौद्ध भिक्षु को एक लापता पत्रकार की पत्नी को धमकाने का भी दोषी पाया गया था।
बौद्ध भिक्षु गलागोडा कट्टरपंथी समूह बोडू बाला सेना (बीबीएस) का नेतृत्व करते हैं। बीबीएस को बुद्धिस्ट पावर फोर्स के नाम से भी जाना जाता है। श्रीलंका की सरकार में मौजूद कई मंत्रियों के अलावा मुस्लिम समुदाय के लोग बीबीएस पर मुसलमानों और ईसाइयों के खिलाफ हिंसा फैलाने का आरोप लगाते हैं।
गननसारा ने अपने ऊपर लगे इन सभी आरोपों से इन्कार किया है। अदालत ने गननसारा को 2016 के एक मामले में न्यायालय की अवमानना का दोषी करार देते हुए छह वर्ष कठोर कारावास की सजा सुनाई।
गननसारा ने पत्रकार प्रगीथ एकनालीगोडा के अपहरण के मामले की सुनवाई के दौरान बाधा पहुंचाई थी। गननसारा पर न्यायाधीश और वकीलों पर जोर से चिल्लाने का आरोप है। सेना के खुफिया अधिकारियों पर पत्रकार प्रगीथ एकनालीगोडा का अपहरण करने का आरोप है।