
कोलंबो। श्रीलंका के राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे ने शनिवार को संकेत दिया कि वह इस्तीफा देने के लिए तैयार हैं। राष्ट्रपति के इस्तीफे की मांग को लेकर हजारों प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति भवन पर धावा बोल दिया था, हालांकि वह वहां से निकल गए थे।
जानकारी के अनुसार राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे से कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा बुलाई गई पार्टी नेताओं की बैठक में लिए गए किसी भी निर्णय का वह सम्मान करेंगे। राष्ट्रपति कहां है इस बात की जानकारी अभी सामने नहीं आई है। माना जा रहा है कि वह किसी सैन्य इकाई के साथ हैं।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो में देखा गया कि कुछ अज्ञात व्यक्ति नौसैनिक जहाज पर सवार होकर कहीं जा रहे हैं, माना जा रहा है कि वह राष्ट्रपति हो सकते हैं।श्रीलंकाई मीडिया ने कहा कि नौसेना ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
श्रीलंका के राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे के इस्तीफे की मांग कर रहे हजारों प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति भवन पर धावा बोल दिया। देश में 1948 के बाद से सबसे खराब आर्थिक संकट के कारण बड़े पैमाने पर विद्रोह हो रहा है।
रिपोर्ट्स के अनुसार राष्ट्रपति भवन में प्रवेश करने से रोकने के दौरान करीब 24 लोग घायल हो गए, जिनमें कुछ गंभीर रूप से घायल हैं। बाहर तैनात सुरक्षा बल प्रदर्शनकारियों को रोकने में असफल रहे। जब प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति भवन में घुसे तो राष्ट्रपति मौजूद नहीं थे। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने सचिवालय पर कब्जा जमा लिया।
इस दौरान प्रदर्शनकारी ने श्रीलंका के झंडे लहराए और राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे की सरकार की निंदा करते हुए नारे लगाए। इसी बीच, प्रधानमंत्री ने पार्टी नेताओं की एक आपात बैठक बुलाई है और अध्यक्ष से बिना किसी और देरी के संसद को बुलाने के लिए कहा है।
विपक्षी और अन्य लोगों के समूहों ने राष्ट्रपति से इस्तीफे की मांग करने के लिए शनिवार और रविवार को बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया था। राष्ट्रपति को अपने भाइयों के साथ श्रीलंका को आर्थिक संकट में डालने के लिए दोषी माना जा रहा है। देश में आर्थिक संकट से भोजन, ईंधन और दवाओं सहित आवश्यक समानों की व्यापक कमी हो गई है।