श्रीनगर। केन्द्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में पुलिस ने गुरुवार को नए भूमि कानून के विरोध में मार्च निकाल रहे पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के मार्च को विफल करते हुए श्रीनगर में पार्टी मुख्य कार्यालय को सील करने के अलावा 12 से अधिक वरिष्ठ नेताओं को हिरासत में ले लिया।
नए कानून के तहत भारत का कोई भी नागरिक जम्मू और कश्मीर की जमीन खरीद सकता है। इससे पहले केवल जम्मू-कश्मीर राज्य के लोगों को ही वहां जमीन खरीदने का अधिकार था। हालांकि पीडीपी ने जम्मू में एक समान विरोध मार्च भी आयोजित किया।
पार्टी मुख्यालय एस के पार्क में आज बड़ी संख्या में एकत्र हुए पीडीपी के वरिष्ठ नेता और अन्य कार्यकर्ता नए भूमि कानून और भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। वे लोग जब मार्च निकालने के लिए मुख्य रेजीडेंसी रोड की ओर कार्यालय के मुख्य द्वार से बाहर निकले तो वहां तैनात पुलिस कर्मियों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए 12 से अधिक नेताओं को हिरासत में ले लिया।
इसके बाद सुरक्षा बलों ने पीडीपी कार्यालय की ओर जाने वाली सभी सड़कों को बंद कर दिया और किसी को भी वहां जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने ट्विटर कर कहा कि श्रीनगर में पीडीपी कार्यालय जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने सील कर दिया और शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन कर रहे उनके कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया। जम्मू में भी इसी तरह के विरोध प्रदर्शन किया गया। आप ही तय कर कि क्या ये सामान्य है। जो दुनिया देख रही है।