अयोध्या। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में भव्य मंदिर निर्माण के लिए श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने सात हजार दो सौ पचासी (7285) वर्ग फिट जमीन की खरीददारी की है।
तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट से मिली जानकारी के अनुसार अयोध्या में बन रहा राम मंदिर अब पहले से और भव्य बनेगा। तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने प्रस्तावित राम मंदिर परिसर के बगल ही सात हजार दो सौ पचासी वर्ग फिट जमीन की खरीददारी कर ली है। इसके लिए ट्रस्ट ने करीब एक करोड़ रुपए का भुगतान किया है। इस जमीन को खरीदने के पीछे का मकसद प्रस्तावित राम मंदिर परिसर को सत्तर एकड़ से बढ़ाकर एक सौ सात एकड़ तक करना है।
ट्रस्ट ने यह जो नई जमीन खरीदी है वह सुप्रीम कोर्ट की ओर से नवम्बर 2019 में दिए गए फैसले के तहत राम मंदिर के निर्माण के लिए दी गई सत्तर एकड़ जमीन से सटी हुई है। यह जमीन अयोध्या के स्थानीय निवासी दीप नरायन से खरीदी थी। दीप नरायन ने राम मंदिर ट्रस्ट के सचिव चम्पतराय के पक्ष में अपनी सात हजार दो सौ पचासी वर्ग फुट जमीन की रजिस्ट्री कर दी है।
ट्रस्ट से मिली जानकारी के अनुसार प्रस्तावित राम मंदिर से लगे हुए मंदिरों, घरों और पूरी जमीन के मालिकों से भी उनकी जगह खरीदने के लिए बात कर रहा है। खरीदी गई जमीन की कीमत करीब एक हजार तीन सौ तिहत्तर वर्ग फिट की बताई गई है। राम मंदिर प्रोजेक्ट के लिये ज्यादा जगह की जरूरत है। ट्रस्ट के लोगों का कहना है कि राम मंदिर प्रोजेक्ट के लिए ज्यादा जगह की जरूरत है इसलिए यह जमीन खरीदी गई है।
उन्होंने बताया कि मुख्य मंदिर का निर्माण पांच एकड़ जमीन में होगा। अन्य सौ एकड़ की जमीन में संग्रहालय, पुस्तकालय, यज्ञशाला और भगवान राम के जीवन की विभिन्न घटनाओं को दर्शाने वाली आर्ट गैलरी समेत कई अन्य चीजें बनाई जाएंगी। इस समय राम मंदिर निर्माण के लिए इक्कीस सौ करोड़ रुपए से ज्यादा धन आ चुका है। उन्होंने बताया कि राम मंदिर अब और भव्य बनेगा, इसके लिए अन्य भवन स्वामियों से भी जमीन खरीदने की बात चल रही है।